गोरखपुर : सीएम सिटी में नगर निगम बेशकीमती जमीनों की शुरू हुई तलाश

गोपाल त्रिपाठी 
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में प्रभारी नगर आयुक्त जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन ने महानगर के सभी 70 वार्डो में नगर निगम की बेशकीमती जमीनों की तलाश शुरू कर दी है। डीएम ने जमीनों की तलाश का दायित्व स्थानीय पार्षदों के साथ निगम के अधिकारियों पर भी सौंपा है। जमीन की तलाश करने के बाद सभी वार्डो में नगर निगम के स्थानीय कार्यालय खोले जाएंगे।
जिलाधिकारी के निर्देश पर क्षेत्रीय पार्षद उत्साहित हैं। पार्षदों को लगता है कि उनके स्वयं के वार्ड में इस कदम से निगम के खर्चे पर कार्यालय मिल जाएगा। लिहाजा उन्होंने ने भी सहर्ष सरकारी जमीन की तलाश शुरू कर दी है। पार्षद लेखपाल को साथ लेकर पैमाइश कर रिपोर्ट देने की तैयारी में जुटे हैं। जिलाधिकारी एवं प्रभारी नगर आयुक्त ने सोमवार को सभी पार्षदों के साथ बैठक भी बुलाई थी लेकिन नगर निगम के कर्मचारी के निधन के कारण बैठक स्थगित कर दी गई।

इन वार्डो में पार्षदों ने चिन्हित की जमीन

वार्ड नंबर 60 रुस्तमपुर के अंतर्गत 403 एअर लगभग 1 एकड़ भूमि क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह ने लेखपाल के साथ पैमाइश कर के नगर निगम की भूमि चिन्हित किया। आराजी नंबर 388 रुस्तमपुर में 9 डिसमिल, आराजी नंबर 385 रुस्तमपुर में 900 वर्ग फीट, आराजी नंबर 38 चिलमापुर में 12 एअर, आराजी नंबर 46 सिंगापुर में 142 एअर, खलियान में ईदगाह की बाउंड्री में खाली जमीन और ईदगाह के बाहर वाली आराजी नंबर नं 49 चिलमापुर में 121 एअर, आराजी नंबर 50 चिलमापुर में 20 एअर, आराजी नंबर 94 चिलमापुर में 24 एअर अंकित है। पार्षद प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि अगर इतनी जमीनी नगर निगम को मिल जाए तो नगर निगम की आमदनी भी होगी। लोगों को रोजगार करने का मौका भी मिलेगा।

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