
पटना, बिहार। पटना में गोपाल खेमका की हत्या ने 2018 में हाजीपुर में हुए गुंजन खेमका की हत्या की यादें ताजा कर दी हैं। दोनों ही घटनाओं में अपराधियों के तरीके और घटनास्थल पर मौजूद विवरण में समानता पाई गई है, जो इन दोनों मामलों को लिंक कर सकती है।
बता दें कि 2018 में 20 दिसंबर को हाजीपुर के औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री के गेट पर गुंजन खेमका की कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसी तरह, पटना में भी गोपाल खेमका को उनके आवास के गेट के सामने उनकी कार में गोली मारी गई। दोनों ही घटनाओं में अपराधियों का तरीका एक जैसा था कार के गेट के बाहर से गोली चलाना।
हाजीपुर की घटना में, घायल चालक ने बताया था कि शूटर की उम्र 35 से 40 वर्ष के बीच थी और वह हेलमेट पहने हुए था। वहीं, हाजीपुर में मिली फुटेज में भी एक ही शूटर नजर आया, जिसकी उम्र 30 वर्ष से अधिक बताई जा रही है।
गुंजन खेमका को तीन गोलियां मारी गई थीं, जिनमें से दो गोलियां उन्हें लगीं और एक गोली चालक को लगी, जिससे उनकी मौत हो गई। उसी तरह, पटना में भी गोपाल खेमका के सिर में गोली मारी गई।
दिनदहाड़े हुई इन घटनाओं से संकेत मिलता है कि इसमें कोई प्रोफेशनल शूटर शामिल था। हाजीपुर में, एक अपराधी उनके करीब आकर गोली मार गया था, और पुलिस ने मौके से एक खाली खोखा और जिंदा गोली बरामद की है। गार्ड ने भी गोली की आवाज सुनने की बात कही है।
दोनों मामलों में अपराधियों की संख्या एक जैसी प्रतीत हो रही है, और घटनाओं का तरीका भी समान है। पुलिस इन घटनाओं की जांच कर रही है और संदिग्धों की जानकारी जुटाने में लगी है।