Gonda : एक करोड़ का घोटाला, बीएमएम कुलदीप तिवारी बर्खास्त, जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई

Gonda : खबर उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से है, जहां उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जनपद गोंडा के विकासखंड रुपईडीह में आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत कुलदीप तिवारी, जो ब्लॉक मिशन प्रबंधक (बीएमएम) के पद पर कार्यरत थे, उन्होंने एक करोड़ रुपये की बंदरबांट कर दी। उन्होंने अपने लिए चार पहिया वाहन, रिवॉल्वर और जमीन की व्यवस्था की। यह सब कुछ ईमानदार अधिकारियों की नाक के नीचे होता रहा।

अब योगी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, अनुशासनहीनता तथा वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने के कारण, उन्हें तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
जांच टीम के सामने कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। समूह की महिलाओं ने बताया कि यदि उनका उत्पीड़न हुआ तो वे जहर खाकर जान दे देंगी। उन्होंने कहा कि उनके खातों में आया आधा पैसा अधिकारियों ने वापस ले लिया, इसमें उनका कोई दोष नहीं है।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को आत्मनिर्भर बनाना, महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त करना तथा गरीबी उन्मूलन की दिशा में पारदर्शी एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करना है। इसके लिए तैनात बीएमएम ने एक करोड़ रुपये समूहों में बांट दिए और खुशामद में लगा रहा। मिशन की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनुशासनहीनता या वित्तीय अनियमितता को कदापि स्वीकार नहीं किया जाता।

जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति की रिपोर्ट में पाया गया कि श्री तिवारी ने अपने दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरती। उन्होंने कार्य निष्पादन में पारदर्शिता नहीं रखी, वित्तीय अभिलेखों में अनियमितताएँ कीं तथा मिशन गतिविधियों के संचालन में उत्तरदायित्व का पालन नहीं किया।
उनका आचरण मिशन की आचार संहिता और नीतियों के प्रतिकूल पाया गया। रिपोर्ट के आधार पर उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार कुलदीप तिवारी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
घोटाले को लेकर बीडीओ ने मीडिया से खास बातचीत की।

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