
- जिस थाने से सत्तर साल के बुजुर्ग फरियादी को गाली दे कर भगा दिया जाए- उस थाने में इंसाफ़ की उम्मीद बेइमानी है।
Gonda : थाना धानेपुर पिछले पांच महीनों में फरियादियों के साथ खराब व्यवहार के चलते सुर्खियों में रहा, अभी कुछ दिनों पहले ही साधन सहकारी समिति पर खाद लेने आई बुजुर्ग महिला को धक्का देने व बगैर महिला पुलिस के अन्य महिलाओं को ढकेल कर लाइन से बाहर करते इंस्पेक्टर निर्भय नारायण सिंह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसे लाखों लोगों ने देखा और पर तीखी प्रतिक्रिया देने के साथ पुलिस की आलोचना की थी।
उसके बाद अब एक सत्तर साल के बुजुर्ग फरियादी को थाने से गाली दे कर भगा देने का मामला सामने आया है।
ग्राम पंचायत रूद्रगढ नौसी के मजरा पंडित पुरवा गांव के रहने वाले गजराज पाण्डेय जिनकी उम्र तकरीबन सत्तर साल है, उन्होंने बताया कि वे लंबे समय बाद परदेश से गांव लौट कर आए हैं बुढ़ापे अब गांव में ही अपनी जिंदगी गुजर बसर करेंगे, रहन सहन व्यवस्थित करने के लिए पैतृक भूमि पर वे वाल बाउंड्री बनवा रहे थे, तो उनकी पटीदारी के लोगों उनसे पानी की निकास के लिए एक हाथ जगह छोड़ने की बात रखी जिस पर उन्होंने एक बजाय डेढ़ हाथ भूमि छोड़ कर निर्माण करवाना शुरु कर दिया।
इस पर भी पटीदारी के लोग संतुष्ट नहीं दिखे और बुजुर्ग गजराज से मारपीट किया, तथा राजगीर और मजदूरों को धमकाया कि काम करना बंद नहीं किए हाथ पैर तोड़ दूंगा अपनी शिकायत लेकर जब वे थाने पर गए तो पहले तो थानेदार ने आराम से बात किया उसके बाद गाली दे कर भगा दिया। बुजुर्ग गजराज बताते हैं कि घर में उनकी पत्नी को भी कुछ दिन पहले मारापीटा गया था लेकिन मजाक समझ कर अनदेखा कर दिया था, लेकिन विपक्षी अब उन्हें भी सताने पर उतारू हैं पुलिस से शिकायत करने पर उल्टा उन्हें ही गरियाया और धमकाया जाता है। ऐसे में वे अपनी फरियाद लेकर कहां जाएं कोई उनका मददगार नहीं है, परिवार में बूढ़े पति पत्नी के सिवा कोई नहीं है। पुलिस से उम्मीद थी लेकिन जहां सत्तर साल के बुजुर्ग का सम्मान नहीं किया जाता वहां से न्याय और इंसाफ की उम्मीद करना ही बेइमानी है।