
गोंडा : सूबे में ऊर्जा मंत्री की नाराजगी के बाद मंडल मुख्यालय पर विधायकों व अधिकारियों की बैठक गेस्ट हाउस में हुई, जिसमें ओवरलोडिंग, ट्रिपिंग और नए बिजली घरों के संचालन का मुद्दा उठा। इसके अलावा सौभाग्य योजना में छूटे मजरों का प्रस्ताव विधायकों से मांगा गया है।
ऊर्जा मंत्री की नाराजगी का असर अब जिलों पर दिखने लगा है। शुक्रवार को बिजली विभाग के गेस्ट हाउस में विधायक बावन सिंह, प्रेम नारायण पांडेय, रमापति शास्त्री व सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रभात वर्मा के प्रतिनिधि विक्रम वर्मा के साथ मुख्य अभियंता युधिष्ठिर नाथ यथार्थ, एसी सतीश लोहार, एक्सईएन रामशब्द, कमर फारूख, राधेश्याम भास्कर और सुनील गुप्ता ने बिजली आपूर्ति पर माननीयों के सवालों के जवाब में अपनी तैयारियां बताईं।
मुख्य अभियंता श्री यथार्थ ने बिजली उपकेंद्र छपिया और कुडासन को तत्काल चालू करने का आदेश दिया और मैनपावर की स्वीकृति भेजी। इसके अलावा भंगहा, लक्ष्मणपुर समेत पांच स्थानों पर तत्काल ट्रांसफार्मर लगाने का आदेश एक्सईएन को दिया गया। उन्होंने मानक अनुरूप बिजली आपूर्ति के लिए विधायकों को आश्वस्त किया और अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही को अक्षम्य बताया। कुछ संविदा कर्मियों की जांच भी बैठा दी गई है।
विधायक बावन सिंह ने अधिशासी अभियंता मनकापुर को दो दिन इटियाथोक में बैठने का निर्देश दिया। इसके अलावा रजीजपुर फीडर से कुछ गांवों को चंदवतपुर में जोड़ने की बात कही, क्योंकि रजीजपुर फीडर ओवरलोडेड चल रहा है। विधायक प्रतिनिधि ने छपिया बिजली उपकेंद्र को जल्द चालू कराने और ट्रांसफार्मर को 48 घंटे में बदलवाने की मांग रखी। सौभाग्य फंड थर्ड के तहत 1589 मजरों में से चार की जानकारी ली गई।
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