
नोएडा : नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे किनारे सेक्टर-82 कट के पास मिली सिर और हाथ कटी महिला की लाश का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। नौ दिन बाद शव की पहचान बरौला निवासी प्रीति यादव (33) के रूप में हुई। पुलिस ने उसके प्रेमी और बस चालक मोनू सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। दोनों शादीशुदा थे और बरौला में किराये के अलग-अलग घरों में रहते थे।
प्रेमी ने बस में की हत्या, फिर काटे शव के टुकड़े
पुलिस जांच में सामने आया कि 5 नवंबर की शाम मोनू ने प्रीति को मिलने के लिए बुलाया और बस में बैठाकर सेक्टर-49 से सेक्टर-105 ले गया। रास्ते में रुपये के लेन-देन और साथ रहने के दबाव को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ। इसी दौरान मोनू ने बस में रखे गड़ासे से प्रीति की गर्दन पर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव के टुकड़े किए—धड़ को नोएडा में नाले में फेंका और सिर व हाथ गाजियाबाद ले जाकर रेलवे लाइन के पास फेंक दिए।

पहचान मिटाने को कटे अंगों पर बस चढ़ाकर रौंदा
डीसीपी के मुताबिक आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए सिर और हाथों पर बस का पहिया कई बार चढ़ाकर रौंदा। कपड़े भी वहीं फेंक दिए। फिर बरौला लौटकर बस को चार बार धुला, लेकिन फॉरेंसिक टीम ने बस के अंदर से मानव रक्त के निशान बरामद कर लिए।
दो साल पुराना संबंध बना वारदात की वजह
प्रीति और मोनू की मुलाकात दो साल पहले जींस फैक्ट्री में हुई थी। प्रीति तीन बच्चों के साथ अलग रहती थी, जबकि मोनू अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ 700 मीटर दूर। आरोपी के अनुसार प्रीति हर महीने पैसे मांगती थी और पत्नी-बच्चों को छोड़कर साथ रहने का दबाव डालती थी। विरोध करने पर वह उसकी बेटियों को नुकसान पहुंचाने की धमकी देती थी।
1100 वाहन चेक, नौ टीमों की मेहनत से खुला राज
सिर कटी लाश मिलने के बाद पुलिस ने जांच के लिए नौ टीमें बनाई थीं। 1100 वाहन चेक किए गए। सीसीटीवी में दिखी सफेद-नीली बस और बंद लाइट के साथ चलते वाहन ने पुलिस को मामले की कड़ी तक पहुंचाया। पूछताछ में मोनू ने पूरी वारदात कबूल कर ली।
पुलिस ने बस, गड़ासा, खून के दाग वाली चटाई और गाजियाबाद से बरामद कपड़े भी जब्त कर लिए हैं।










