
- रिपोर्ट लगाने के लिए मांग रहा था दस हजार की रिश्वत
- एंटी करप्शन टीम ने दरोगा लल्लन यादव को रिश्वत लेते पकड़ा
रेवतीपुर, गाजीपुर। एक तरफ सरकार जीरो टालरेंस की बात कर रही है। दुसरी तरफ थानों में पुलिस कर्मी खुलेआम लूट मचा रखे हैं। जिसका जीता जागता सबूत रेवतीपुर थाना के रिश्वत लेते पकड़ गया उपनिरीक्षक लल्लन यादव है। एंटी करप्शन वाराणसी टीम ने रेवतीपुर थाने पर तैनात दारोगा लल्लन यादव को दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस घटना की जानकारी होते ही पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार कल्याणपुर निवासी नंदलाल यादव ने वाराणसी एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि 28 फरवरी को उनके पट्टीदार के साथ जमीनी विवाद में मारपीट हुई थी। इस संबंध में 7 मार्च को उन्होंने गाजीपुर न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। दारोगा लल्लन यादव ने इस मामले की रिपोर्ट भेजने के लिए उससे दस हजार रुपए की मांग की थी। उन्होंने धमकी दिया था कि अगर दस हजार रुपये रिश्वत नहीं देने पर वह उल्टी रिपोर्ट लगा देंगे।
शिकायतकर्ता घबराकर वाराणसी एंटी करप्शन कार्यालय पहुंचा। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी नीरज कुमार सिंह अपनी टीम के साथ सात अप्रैल को रेवतीपुर पहुंचे। शिकायत कर्ता नंदलाल यादव को दरोगा लल्लन यादव ने पैसा लेने के लिए पास ही के एक लिट्टी चोखा ढाबा पर बुलाया। इसके कुछ ही देर बाद दरोगा ने फिर उसे थाने के पीछे बुलाया। शिकायत कर्ता के पहुंचने पर दरोगा ने पैसा मांगा। शिकायत कर्ता ने दारोगा को दस हजार रुपये जैसे ही दिया एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ दबोच लिया।
काफी खींचतान के बाद भी एंटी करप्शन की टीम जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर उसे सदर कोतवाली ले आयी। जहां कार्रवाई की गयी। घूसखोर दारोगा लल्लन देवरिया जिले के बतरौली पांडेय थाना का रहने वाला है। यह 1991 में सिपाही के पदपर तैनात हुआ था। 2024 में प्रोन्नत बनकर उइपनिरीक्षक बना। इसके बाद वह जुलाई 2024 से ही रेवतीपुर थाने पर तैनात है।