
FTA Deal Between India Britain : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान, भारत और ब्रिटेन आज एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर दस्तखत करेंगे। इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के व्यापार को 2030 तक दोगुना करना है, जिससे कई वस्तुओं का आयात और निर्यात सस्ता हो जाएगा। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जॉनाथन रेनॉल्ड्स इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब लंदन पहुंच गए हैं, जहां उनकी यात्रा विशेष महत्व रखती है। इस यात्रा के दौरान, भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक, राजनीतिक और क्षेत्रीय संबंधों को नई दिशा दी जाएगी।
FTA के लागू होने से कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी
भारत और ब्रिटेन आज लंदन में एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, जिससे विभिन्न उत्पादों की कीमतें कम हो जाएंगी। पीएम मोदी ने बताया कि इस यात्रा के दौरान, वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री कियर स्टार्मर और ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
PM मोदी और कियर स्टार्मर FTA पर करेंगे हस्ताक्षर
यह समझौता, भारत-ब्रिटेन के बीच 2030 तक व्यापार को दोगुना कर 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने में मदद करेगा। व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (FTA) पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कियर स्टार्मर के बीच दस्तखत किए जाएंगे।
भारत ब्रिटेन के लगभग 90 प्रतिशत उत्पादों पर करों को कम करेगा, जिससे स्कॉच व्हिस्की से लेकर ब्रांडेड मेकअप सहित कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। इससे भारत के टेक्सटाइल, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग और ऑटो सेक्टर को नए बाजार मिलेंगे।
- स्कॉच व्हिस्की होगी कम कीमतों वाली
ब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की पर लगाए जाने वाले टैरिफ को 150 फीसदी से घटाकर अब 75 प्रतिशत किया जाएगा, और आने वाले दस वर्षों में यह 40 प्रतिशत रह जाएगा। इसका मतलब है कि 3000 रुपये की स्कॉच की बोतल अब करीब 1200 रुपये में मिल सकेगी, जबकि 4000 रुपये की बोतल लगभग 1600 रुपये में मिलेगी। - कारें भी सस्ती होंगी
निसान, टोयोटा जैसी सामान्य कारों से लेकर लग्जरी ब्रांड्स जैसे लॉटस-मार्गन, बेंटले, जगुआर, लैंडरोवर, मैकलारेन और रोल्सरॉयस जैसी महंगी गाड़ियों की कीमतें कम हो जाएंगी। इन पर लगाए जाने वाला टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत रह जाएगा। - ब्रांडेड कॉस्मेटिक उत्पाद होंगे कम कीमत वाले
ब्रिटेन की प्रसिद्ध ब्रांड जैसे लश, द बॉडी शॉप और रिमेल लंदन के सौंदर्य उत्पाद अब सस्ते होंगे। ब्रिटेन ने भारतीय मेकअप ब्रांड्स मायसन और नयाका के साथ साझेदारी की है। इन पर टैरिफ अब 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत पर आ जाएगा, जिससे भारत में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और अन्य कंपनियों को भी कीमतें घटाने का प्रोत्साहन मिलेगा। - चॉकलेट और बिस्किट भी होंगे सस्ते
भारत में ब्रिटेन के खाद्य उत्पाद जैसे चॉकलेट और बिस्किट पर भी कर कम किया जाएगा। प्रमुख कंपनियों में अरला फूड्स, यूनिलीवर और लंदन डेरि शामिल हैं। भारतीय कंपनी ब्रिटानिया भी अपने चीज, घी और पनीर जैसे उत्पादों के लिए करार कर चुकी है। इससे इन उत्पादों की कीमतें घटेंगी। - भारतीय परिधान के लिए नया बाजार
अब भारत के कपड़ों पर ब्रिटेन 8 से 12 प्रतिशत का टैरिफ नहीं लगाएगा, जिससे भारतीय वस्त्र वियतनाम और बांग्लादेश की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धी होंगे। तिरुपुर, सूरत और लुधियाना जैसे क्षेत्रों की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को इससे लाभ मिलेगा। - रोजगार के नए अवसर
ब्रिटेन भारत के सेवा क्षेत्र के नियमों में ढील देगा। छोटे समय के रोजगार के लिए भारत से युवा आने में आसानी होगी, और उन्हें सामाजिक सुरक्षा टैक्स जैसी बाधाओं से राहत मिलेगी। इससे योग शिक्षक, शेफ, म्यूजिकियन जैसे युवाओं को ब्रिटेन जाने का अवसर मिलेगा। - रत्न, आभूषण और चमड़ा उद्योग को बढ़ावा
भारत के रत्न और आभूषण, चमड़ा उत्पाद जैसे सोने-चांदी के आभूषण और चमड़े के सामान ब्रिटेन में बिना शुल्क के पहुंचेंगे, जिससे ये सस्ते और प्रतिस्पर्धी बनेंगे। कानपुर, आगरा, सूरत और मुंबई जैसे शहरों के उद्योग इससे लाभान्वित होंगे। - इंजीनियरिंग और ऑटो उत्पादों की कीमतें कम
ब्रिटेन भारत निर्मित मशीनरी, इंजीनियरिंग टूल्स और ऑटो पार्ट्स पर लगाए जाने वाले आयात शुल्क को समाप्त करेगा। इससे भारतीय उत्पाद सस्ते होने के साथ-साथ ब्रिटेन और यूरोप के औद्योगिक सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी। - आईटी और प्रोफेशनल सेवाएं होंगी सस्ती
ब्रिटेन भारत के आईटी, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्ट और अकाउंटिंग जैसे सेक्टर में वीजा नियमों में ढील देगा। इससे अगले पांच वर्षों में 60,000 से अधिक नई नौकरियां सृजित होने की संभावना है। - कृषि और खाद्य निर्यात बढ़ेगा
बासमती चावल, प्रीमियम चाय, मसाले और समुद्री उत्पाद जैसे कृषि और खाद्य उत्पादों पर ब्रिटेन का आयात शुल्क समाप्त किया जाएगा। केरल, बंगाल, असम और गुजरात के किसानों और उद्योगों को इससे फायदा होगा। - अन्य उद्योग क्षेत्रों को राहत
केमिकल, सौर ऊर्जा, प्लास्टिक जैसी इंडस्ट्रीज को भी कर में छूट मिलेगी, जिससे भारत के उद्योग को मजबूती मिलेगी।
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