कानों में इंफेक्शन से लेकर सुनने की क्षमता पर असर, जानिए नॉइस-कैंसलिंग हेडफोन के नुकसान और सुरक्षा के उपाय

लखनऊ डेस्क: आजकल नॉइस कैंसलिंग हेडफोन्स का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। कई लोग पूरे दिन इन्हें लगाए रखते हैं, लेकिन लंबे समय तक इनका इस्तेमाल कुछ समस्याएं पैदा कर सकता है और यह सुनने की क्षमता पर भी असर डाल सकते हैं।

नॉइस कैंसलिंग हेडफोन्स आसपास के शोर को कम कर देते हैं, जो कि एक्टिव नॉइस कंट्रोल के जरिए होता है। इससे आप बिना वॉल्यूम बढ़ाए, आसानी से ऑडियो सुन सकते हैं, लेकिन इनका अधिक उपयोग कई तरह के नुकसान ला सकता है।

समस्याएं:

  1. आसपास की स्थिति का पता नहीं चलता: नॉइस कैंसलिंग हेडफोन के कारण आप अपने आस-पास के शोर को नहीं सुन पाते, जिससे ट्रैफिक या अन्य खतरों का अंदाजा नहीं लग पाता।
  2. सुनने की क्षमता पर असर: लंबे समय तक हेडफोन का उपयोग करने से कानों में असहजता महसूस होती है और सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। यदि उच्च वॉल्यूम में संगीत सुना जाए, तो यह सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है और कानों में संक्रमण का खतरा भी हो सकता है।
  3. सिरदर्द और चक्कर आना: कई लोगों को नॉइस कैंसलिंग हेडफोन्स के लंबे उपयोग से सिरदर्द और चक्कर आने की समस्याएं होती हैं। इसके अलावा, ये थकान भी महसूस करा सकते हैं।

बचाव के उपाय:

यदि हेडफोन का उपयोग जरूरी हो, तो वॉल्यूम को सामान्य स्तर पर रखें। 60 प्रतिशत से अधिक वॉल्यूम पर लंबे समय तक संगीत या अन्य चीजें न सुनें। हेडफोन का अधिक उपयोग न करें और बीच-बीच में ब्रेक लें।

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