
फाइटर जेट उड़ाने के सपने से लेकर भारत के रिपेयर सेक्टर को टेक्नोलॉजी से बदलने तक — दिनेश चंदवानी ने iService के ज़रिए बनाया भरोसे और पारदर्शिता पर आधारित डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म
भोपाल, मध्य प्रदेश:
दिसंबर 1981 में भोपाल में जन्मे दिनेश चंदवानी बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रति आकर्षित थे और उनका सपना था फाइटर जेट पायलट बनने का। उन्होंने Govt. MVM College से इलेक्ट्रॉनिक्स में बी.एससी. की पढ़ाई की और एनसीसी एयर विंग में शामिल होकर अपने सपने की ओर कदम बढ़ाया।
लेकिन किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही लिखा था — पायलट चयन परीक्षा में सफलता न मिलने और निजी प्रशिक्षण के लिए धन की कमी के कारण दिनेश ने अपनी दिशा बदली।

संघर्ष की शुरुआत — फुटपाथ से कारोबार तक
वर्ष 2003 में दिनेश ने मोबाइल रिपेयरिंग की दुनिया में कदम रखा। पैसों की कमी के कारण उन्होंने मोबाइल कवर और एक्सेसरीज़ बेचने से शुरुआत की। उनकी मां ने ₹10,000 का सहयोग दिया, जिससे उन्होंने अपने कॉलोनी में एक छोटी सी मोबाइल रिपेयर की दुकान खोली। जहाँ दूसरे ₹500–₹700 लेते थे, वहीं दिनेश सिर्फ ₹50–₹100 में काम कर देते या छोटी समस्याओं जैसे बैटरी बूस्ट, स्पीकर क्लीनिंग, सोल्डरिंग आदि मुफ़्त में ठीक करते। उनकी ईमानदारी और भरोसेमंद सेवा ने जल्द ही ग्राहकों का दिल जीत लिया।
एक मित्र की मदद से दिनेश को 2007 में Intex मोबाइल का अधिकृत सर्विस सेंटर मिला। इसके बाद अगले दस वर्षों में उन्होंने Gionee, Mi, Motorola, Google Pixel, Blackberry, Asus, Lenovo, Infinix, Tecno जैसे कई ब्रांडों के सर्विस सेंटर्स सफलतापूर्वक संभाले।
रिपेयर इंडस्ट्री की चुनौतियाँ
20 वर्षों के अनुभव के दौरान दिनेश ने रिपेयर इंडस्ट्री की कई गंभीर समस्याओं को बारीकी से समझा:
- ग्राहकों को डेटा लॉस और प्राइवेसी का डर
- पार्ट्स की ऊँची और अस्पष्ट कीमतें
- पुराने मॉडलों के स्पेयर पार्ट्स की कमी
- टेक्नीशियनों की सीमित आमदनी
- ग्रामीण इलाकों में सर्विस और स्पेयर पार्ट्स की अनुपलब्धता
इन चुनौतियों ने उन्हें सोचने पर मजबूर किया कि जब किराना, टैक्सी, खाना और ब्यूटी सर्विसेज सब ऑनलाइन हैं, तो रिपेयर सर्विस क्यों नहीं?
यहीं से हुआ iService का जन्म
वर्ष 2019 में उन्होंने www.iserviceindia.in डोमेन बुक किया और कोविड-19 लॉकडाउन (2020) के दौरान जब लोगों को आपातकालीन मोबाइल व लैपटॉप रिपेयर की ज़रूरत थी, तब iService का विचार साकार हुआ।
अप्रैल 2020 में लॉन्च हुआ iService प्रारंभ में सीमित रहा, लेकिन 2024 में इसका री-लॉन्च एक नए रूप में हुआ:
- ई-कॉमर्स वेबसाइट: स्पेयर पार्ट्स की आसान खरीदारी
- मोबाइल ऐप (Android & iOS): ग्राहकों, दुकानदारों और टेक्नीशियनों के लिए
- पार्टनर और डीलर नेटवर्क: एक ही दिन में स्पेयर पार्ट्स डिलीवरी
आज का iService — एक डिजिटल इकोसिस्टम
आज iService एक टेक-इकोसिस्टम के रूप में काम कर रहा है, जो जोड़ता है:
- ग्राहकों को: पारदर्शी कीमत, डेटा सुरक्षा और तेज़ डोरस्टेप सर्विस
- टेक्नीशियनों को: स्थानीय लीड्स और तकनीकी सहायता
- रिपेयर शॉप मालिकों को: CRM, बिलिंग टूल्स और ट्रेनिंग
- थोक विक्रेताओं को: स्थानीय खुदरा विक्रेताओं से ऑर्डर कनेक्शन
अब तक 62,000+ ग्राहक, 5,200 डीलर और 400+ सर्विस पार्टनर iService से जुड़ चुके हैं — यह बढ़ते भरोसे और सफलता का प्रतीक है।
इनोवेशन के साथ असर
“Innovation Service” के टैगलाइन के साथ iService अब सिर्फ रिपेयर नहीं बल्कि एक इकोसिस्टम बन रहा है।
एक छोटी सी टेबल से शुरू हुआ यह सफर अब भारत के डिजिटल रिपेयर क्रांति का चेहरा बन चुका है।
“iService सिर्फ डिवाइस ठीक करने के लिए नहीं है। हम ग्राहक, टेक्नीशियन और ब्रांड के बीच पारदर्शिता, गति और विश्वसनीयता का पुल बना रहे हैं।”
— दिनेश चंदवानी, संस्थापक एवं सीईओ, iServiceindia















