कानपुर में स्वतंत्रता सेनानी राजाराम द्विवेदी का 108 वर्ष की उम्र में निधन

बिल्हौर, कानपुर। आज़ादी से पहले जन्मे ककवन क्षेत्र के चंद्रपुरा निवासी स्वतंत्रता सेनानी राजाराम द्विवेदी का शुक्रवार को 108 बरस की उम्र में निधन हो गया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने 25 वर्ष तक जेल की यातनाएँ झेलीं और आज़ादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया।


बुजुर्ग सेनानी पेशे से किसान थे, घर में दो बेटों के अलावा बहू और बच्चे हैं। बड़े बेटे राधाकृष्ण (55) की तकरीबन एक माह पहले हादसे में मौत हो गई थी। इसी गहरे सदमे से वह उबर नहीं पाए और शुक्रवार को उनकी सांसें थम गईं। सेनानी की मौत की खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद करते हुए ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। सूचना पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और परिजनों को ढांढस बंधाया। वहीं, एसडीएम संजीव दीक्षित व एसीपी अमरनाथ यादव ने सेनानी के पार्थिव शरीर पर तिरंगा रख सलामी दी। औपचारिक रस्मों रिवाज के बाद शव को अंतिम यात्रा के लिए रवाना किया गया।

इस मौके पर एसडीएम व एसीपी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी का जीवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, उनकी जीवनी देशभक्तों को सदा ऊर्जा प्रदान करती रहेगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें