भास्कर समाचार सेवा
मथुरा। स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र ताम्रपत्र एवं दूसरे सम्मान पत्रों को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि आप अगर हमें पानी भी नहीं दे सकते तो इन सम्मानों को भी वापस ले लीजिए। जिलाधिकारी ने पूरी बात सुनने के बाद तत्काल समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। स्वतंत्रता सेनानी रामशरण सिंह का निधन वर्ष 2000 में हो गया था। उनके बेटे बिजेन्द्र सिंह अपनी पत्नी के साथ वर्तमान में एनएच टू स्थित कृष्णा धाम कॉलोनी में रह रहे हैं। परिवार में बिजेन्द्र सिंह और उनकी पत्नी हैं। पत्नी दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। घर की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। करीब पन्द्रह दिन पहले उनका सम्बर्सेविल खराब हो गया। पैसे पास नहीं होने की वजह से वह इसे ठीक नहीं करा पाए। बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि 31 मई को पीने के पानी की समस्या को लेकर सुबह दस बजे नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे। अपर आयुक्त ने आश्वासन दिया था कि एक जून तक पीने के पानी का टैंकर पहुंच जाएगा। लेकिन पीने के पानी का टैंकर अभी तक नहीं पहुंचा। गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी के पीड़ित पुत्र बिजेंद्र सिंह समाजसेवी ताराचंद गोस्वामी के साथ प्रधानमंत्री के यहां से मिला ताम्रपत्र और पिता के जेल के कागज सहित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्या रखी। ताराचंद गोस्वामी ने बताया कि जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि समस्या का तत्काल समाधान करा दिया जाएगा।