
New Delhi : विश्व की सुर्खियों में आज पाकिस्तान का नाम फिर छाया हुआ है, जहां खैबर पख्तूनख्वा में एक सहायक आयुक्त समेत चार लोगों की हत्या कर दी गई। इसी बीच, काला सागर में रूस के तेल टैंकर पर तीसरा हमला हो गया, जो यूक्रेन युद्ध की छाया को और गहरा कर रहा है। दूसरी ओर, भारत-रूस के बीच रक्षा सहयोग को मजबूती देने वाला RELOS समझौता रूसी संसद में मंजूरी के करीब है। आइए, इन और अन्य वैश्विक घटनाओं की गहराई से पड़ताल करते हैं।
पाकिस्तान में खूनी हमला: सहायक आयुक्त समेत चार की हत्या, TTP का हाथ?
पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू जिले में मंगलवार सुबह एक घात लगाकर किए गए हमले ने पूरे इलाके को दहला दिया। उत्तर वजीरिस्तान के सहायक आयुक्त शाह वलीउल्लाह के वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें वे खुद शहीद हो गए। उनके साथ दो कांस्टेबल (सैयद रहमान और शेर रहमान) और एक स्थानीय नागरिक (अजीज-उर-रहमान) की भी मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हैं।
क्षेत्रीय पुलिस प्रवक्ता काशिफ नवाज ने बताया कि हमला कैंट थाना क्षेत्र में मिरानशाह रोड पर हुआ। हमलावरों ने मोटरसाइकिलों पर सवार होकर वाहन पर गोलीबारी की, फिर उसे आग लगा दी। शुरुआती जांच में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का हाथ माना जा रहा है, जो 2022 से सक्रिय मोड में है। प्रांत के मुख्यमंत्री मोहम्मद सोहेल अफरीदी ने हमले की कड़ी निंदा की और विस्तृत रिपोर्ट मांगी। उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
यह हमला पिछले 24 घंटों में तीसरा बड़ा आतंकी घटना है। सोमवार को लक्की मरवत में एक पुलिस वाहन पर ग्रेनेड हमला हुआ, जिसमें एक जवान शहीद और छह घायल हुए। बलूचिस्तान में भी बीएलए ने अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर हमला किया। ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान अब दुनिया का दूसरा सबसे आतंकी प्रभावित देश है, जहां 2025 के पहले आठ महीनों में 600 से ज्यादा घटनाएं हुईं।
काला सागर में तनाव: रूस के तेल टैंकर ‘मिडवोल्गा-2’ पर तीसरा हमला, 13 चालक दल सुरक्षित
यूक्रेन युद्ध की आग ने काला सागर को फिर निगल लिया। मंगलवार सुबह रूस से जॉर्जिया जा रहे सूरजमुखी तेल से लदे टैंकर ‘मिडवोल्गा-2’ पर हमला हुआ। तुर्की के समुद्री प्राधिकरण ने X पर बताया कि जहाज तुर्की तट से 130 किमी दूर सिनोप बंदरगाह की ओर बढ़ रहा था, जब हमला हुआ। 13 चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं, और जहाज ने सहायता नहीं मांगी।
यह तीसरा ऐसा हमला है।
28 नवंबर को यूक्रेनी नौसैनिक ड्रोनों ने दो रूसी ‘शैडो फ्लीट’ टैंकरों पर हमला किया था। यूक्रेनी स्रोतों ने जिम्मेदारी ली, जबकि रूस ने इसे ‘आतंकवाद’ बताया। विशेषज्ञों का मानना है कि ये हमले रूसी तेल निर्यात को निशाना बना रहे हैं, जो युद्ध की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है। तुर्की ने निगरानी बढ़ा दी है।
भारत-रूस रक्षा बंधन मजबूत: RELOS समझौते पर रूसी संसद में मंजूरी, पुतिन की यात्रा से पहले बड़ा कदम
रूस की संसद का निचला सदन ड्यूमा मंगलवार को भारत के साथ ‘पारस्परिक रसद आदान-प्रदान समझौते’ (RELOS) पर मतदान करेगा। यह फैसला राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 4-5 दिसंबर की भारत यात्रा से ठीक पहले आ रहा है, जो 23वें द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए है।
फरवरी 2025 में मॉस्को में हस्ताक्षरित यह समझौता संयुक्त सैन्य अभ्यास, आपदा राहत और अन्य ऑपरेशनों के लिए लॉजिस्टिक्स को सरल बनाएगा।
रूसी मीडिया TASS के अनुसार, ड्यूमा ने इसे रैटिफिकेशन डेटाबेस में अपलोड कर दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे भारत को आर्कटिक क्षेत्र में रूसी बेसों तक पहुंच मिलेगी, जहां LNG आयात होता है। पुतिन-मोदी शिखर में S-400 डील, ब्रह्मोस उत्पादन और व्यापार पर फोकस होगा।
कला जगत की दुर्लभ खोज: रूबेन्स की 400 साल पुरानी पेंटिंग 27 लाख डॉलर में बिकी
बारोक काल के मास्टर चित्रकार पीटर पॉल रूबेन्स की लंबे समय से लापता पेंटिंग ‘क्राइस्ट ऑन द क्रॉस’ वर्साय में नीलामी में 2.3 मिलियन यूरो (27 लाख डॉलर) में बिकी। 1613-1615 में बनी यह पेंटिंग यीशु के सूली पर चढ़ाए जाने का दृश्य दर्शाती है, जो चार शताब्दियों बाद पेरिस के एक निजी टाउनहाउस में मिली।
नीलामी हाउस Osenat के अनुसार, यह पेंटिंग रूबेन्स की एकमात्र रचना है जिसमें यीशु के पार्श्व घाव से रक्त और पानी बहते दिखाया गया है। जर्मन विशेषज्ञ नील्स ब्यूट्नर ने X-रे और पिगमेंट विश्लेषण से इसकी प्रामाणिकता सत्यापित की। अनुमानित मूल्य 1-2 मिलियन यूरो से कहीं ज्यादा पर बिकी, जो कला प्रेमियों की रुचि को दर्शाता है।















