प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से मध्य प्रदेश के चार श्रद्धालुओं की मौत, सीएम ने जताया दुख..देंगे आर्थिक सहायता

प्रयागराज महाकुंभ में 28 जनवरी की देर रात भगदड़ में मध्य प्रदेश के चार लोगों की मौत हुई है। गुरुवार को इनके शव उनके पैतृक गांव पहुंच गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

प्रयागराज महाकुंभ के हादसे में मरने वालों में भोपाल के बृजमोहन शर्मा, नर्मदापुरम के उमेश सराठे, छतरपुर की हुकुम लोधी और रायसेन के मोहनलाल अहिरवार शामिल हैं। वहीं, छतरपुर की हुकुम लोधी की 19 साल की बेटी घायल है। इसके अलावा भितरवार के हरि साहू और उनकी पत्नी शकुंतला साहू लापता हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रयागराज में हुई भगदड़ को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को मुख्य सचिव अनुराग जैन और रीवा संभाग के आयुक्त बीएस जामोद से दूरभाष पर बातचीत की। उन्होंने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए समुचित और प्रभावी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कुंभ में एक दुखद घटना हुई, जिसमें कई श्रद्धालु काल के गाल में समा गये। प्रयागराज की दुर्घटना में मध्य प्रदेश के भी कुछ श्रद्धालुओं की मौत की जानकारी मिली है। परमात्मा उन सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दे। उन्होंने मृतकों के परिजन को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।

महाकुंभ में मरने वाले भोपाल के बैरसिया में सेमरा गांव के रहने वाले बृजमोहन शर्मा का शव बुधवार रात 12 बजे प्रयागराज से एंबुलेंस में लाया गया। गुरुवार सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। एसडीएम आशुतोष शर्मा ने भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। वहीं, पटवारी ओमप्रकाश मालवीय भी मौके पर रहे। बृजमोहन महाकुंभ में शामिल होने के लिए दामाद के साथ 27 जनवरी को प्रयागराज गए थे। जब वहां भगदड़ हुई तो बृजमोहन कुछ ही दूर थे। सदमे में उनकी तबीयत बिगड़ गई और बुधवार सुबह 7 बजे अस्पताल में मौत हो गई।

वहीं, नर्मदापुरम के मरोड़ा गांव में रहने वाले उमेश सराठे को भगदड़ में घायल होने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। गुरुवार सुबह 4 बजे शव मरोड़ा गांव लाया गया। उनके भाई अनिल सराठे ने बताया कि उमेश अजबगांव के रहने वाले अपने साले पप्पू, रामस्वरूप, बल्ला, रतनलाल और सुदामा सराठे के साथ तीन दिन पहले कुंभ गए थे। बुधवार शाम को उमेश का शव एंबुलेंस में रखकर प्रयागराज से रवाना हुए। मरोड़ा से उमेश के भाई अनिल और अन्य लोग पिकअप वाहन से कटनी तक पहुंचे। इसके बाद कटनी से शव पिकअप में लेकर गांव लाया गया। गुरुवार सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया। उमेश सराठे के दो बेटे और एक बेटी है। उनकी बाबई में दुकान है।

वहीं, छतरपुर जिले के बक्सवाहा तहसीलदार भारत पांडे ने बताया कि महाकुंभ की भगदड़ में सुनवाहा गांव की हुकुम लोधी (45) की मौत हुई है। उनकी बेटी दीपा लोधी (19) घायल है। मां-बेटी बक्सवाहा के आसपास के गांव के 15 लोगों के साथ 27 जनवरी को प्रयागराज गई थीं। भगदड़ में रायसेन जिले के गैरतगंज के उड़दमऊ जैतपुर गांव में रहने वाले मोहनलाल अहिरवार (45) की भी मौत हो गई। मोहनलाल पत्नी रामकली बाई के साथ कुंभ स्नान के लिए गए थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भगदड़ के दौरान घबराहट में मोहनलाल को हार्ट अटैक आ गया। पहचान उनकी जेब में मिले आईडी कार्ड से की गई। मोहनलाल की पत्नी रामकली बाई सुरक्षित है, लेकिन वे सदमे में हैं।

इसके अलावा ग्वालियर में भितरवार के रहने वाले हरि साहू और शकुंतला साहू प्रयागराज महाकुंभ में लापता हो गए हैं। हरि साहू के बेटे राहुल ने बताया कि माता–पिता 27 जनवरी को निकले थे। मंगलवार शाम 5 बजे बात हुई थी। उन्होंने सुबह स्नान करने की बात कही थी। दोपहर करीब 11 बजे पिछोर के रहने वाले परिचित ने फोन पर भगदड़ की सूचना दी थी। परिचित ने माताजी के बिछड़ने की बात कही थी। पिताजी को कॉल किया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। प्रयागराज की हेल्पलाइन पर भी संपर्क की कोशिश की लेकिन कुछ पता नहीं चला।

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