मथुरा। मथुरा शहर के चार बैंकों में नकली सोना गिरवी रखकर गोल्ड लोन दो करोड़ 80 लाख रुपये हड़पने वाले मास्टर माइंड पिता पुत्री सहित चार आरोपितों को गुरुवार को शहर कोतवाली पुलिस ने पकड़ा है, जबकि इनके गिरोह में शामिल 16 जालसाज अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास में मथुरा पुलिस जुटी है। पुलिस ने पकड़े गए मास्टर माइंड से कार और बाइक बरामद की है। यह जानकारी गुरुवार शाम जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने दी है।
पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने पत्रकारों को बताया कि शहर की दो स्टेट बैंक गोविंदगंज और डैंपियर नगर शाखा और केनरा बैंक की शांति मार्केट एवं चौक बाजार शाखा में सोने के जेवरात गिरवी रखकर 2.80 करोड़ रुपये का लोन लिया गया था। बैंकों द्वारा जांच करने पर जमा सोना नकली पाया गया। पुलिस द्वारा मामलों की विवेचना में पाया गया कि राजेश अग्रवाल ने गैंग बनाकर इस घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान अभियुक्तां ने बताया कि उन्होंने देव टंच ज्वैलर्स के नौकर धर्मेन्द्र सोनी उर्फ तोती पुत्र अशोक सोनी के साथ मिलकर सोने की फर्जी टंच कराकर तथा प्रमाणपत्र बनाकर उस पर विभिन्न बैंकों से 36 गोल्ड लोन स्वीकृत करा लिए। जिनसे उनको 2.80 करोड़ रूपये प्राप्त हुए। मास्टर माइंड सुनार राजेश अग्रवाल ने बताया कि ये सभी लोन 3 माह के अंदर कराये गये जिसमें से उसने 20 लाख रू. धर्मेन्द्र सोनी उर्फ तोती को दिये। जिससे उसने एक चार पहिया कार आईटेन व एक अपाचे मोटरसाइकिल खरीदी। 10 लाख रू. दूसरे अभियुक्त शिशुपाल पुत्र दुर्गपाल सिंह निवासी गढाया थाना फरह ले गया। 25 लाख रूपया राजेश ने स्वयं अपने मकान के निर्माण में लगा दिया तथा 20 लाख रूपया अपनी लडकी श्रेया अग्रवाल के वुडन ऑनलाइन व्यापार में लगा दिया। शेष रूपया लोन कराने वाले सह अभियुक्तों के पास है।
पुलिस ने मामले के मास्टरमाइंड राजेश अग्रवाल निवासी गऊघाट, उनकी बेटी श्रेया अग्रवाल, सुहेल निवासी घीयामंडी, देव टंच के नौकर धर्मेंद्र सोनी उर्फ तोती निवासी तमोली धर्मशाला के पास को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने बताया कि रंजना वर्मा निवासी कृष्णापुरम, बिड़ला मंदिर अग्रिम जमानत पर हैं। इसके अलावा 16 जालसाजों की तलाश की जा रही है। जल्द ही यह फरार आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। कोतवाल विजय कुमार सिंह, एसआई अवधेश पुरोहित, एसआई योगेश नागर, एसआई विजय कुमार, एसआई गुरुदास गौतम, एसआई सुभाष चंद आदि टीम में शामिल रहे।
इन जालसाजों की तलाश
हेमेंद्र प्रकाश वर्मा निवासी हीरा मार्केंट सेठबाड़ा, नरेंद्र निवासी घाटी बहालराय, सतीश, सीताराम, रेनू, लता, विपिन कुमार, मीना, पुष्पा, गीतम और माया निवासीगण गढ़ाया लतीफपुर फरह, भूपेंद्र शर्मा निवासी गऊघाट, नरेश निवासी नगला छत्ती, हेमा निवासी बाढ़पुरा सैनी चौपाल, सुशील निवासी सरवनपुरा द्वारिकाधीश मंदिर के पीछे, शिशुपाल निवासी गढ़ाया।