लखनऊ। यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार में गुंडों-माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। बाराबंकी में रेलवे ठेकेदार से परियोजना लागत का दो फीसदी रंगदारी मांगने के आरोप में अयोध्या के गोसाईगंज क्षेत्र से सपा विधायक अभय सिंह पर पुलिस ने पिछले तीन दिन में तीन मामले दर्ज किए हैं।
हिस्ट्रीसीटर सुरेंद्र कुमार कालिया गिरफ्तार
हालांकि, पहले मामले में अज्ञात आरोपी के नाम पुलिस ने केस दर्ज किया जबकि दूसरे में विधायक अभय सिंह सहित चार नामजद हैं। जबकि, तीसरे मामले में विधायक के उन्हीं साथियों का नाम है जो उनके साथ नामजद हैं। पुलिस ने विधायक के साथ नामजद तीन आरोपियों में अयोध्या के बबलू खान उर्फ विक्रम सिंह उर्फ आवेश और हरदोई जिले के हिस्ट्रीसीटर सुरेंद्र कुमार कालिया को गिरफ्तार किया गया है।
मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखा गया था
दरअसल दो दिन पहले बाराबंकी के दरियाबाद थाने में रंगदारी के लिए धमकी का एक मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखा गया था। उसके बाद बाराबंकी के ही रामसनेहीघाट थाने में उससे जुड़ा एक और मुकदमा कार्यदाई संस्था के इंजीनियर पश्चिम बंगाल के जिला कूच बिहार के थाना तूफानगंज के ग्राम नाटावारी के रहने वाले विमान दास ने लिखाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि सैदखानपुर रेलवे स्टेशन पर नए प्लेटफार्म और स्टेशन के एक भवन का निर्माण वह करवा रहे हैं।
आरोप है कि 28 मार्च को वह रामसनेहीघाट के गाजीपुर गांव में स्थित अपने प्लांट पर थे। उनके साथ प्रोजेक्ट मैनेजर भार्गव राम, इंजीनियर अनिमेष दास और शांतनु दास भी मौजूद थे। तभी बाइक से तीन लोग वहां पहुंचे और कहाकि, विधायक अभय सिंह ने भेजा है।
रेलवे का काम करने वाले को मिलता 2 फीसदी कमीशन
उन्होंने बताया कि जो भी रेलवे का काम करता है वह विधायक को दो फीसदी कमीशन देता है। इसलिए विधायकजी को कमीशन भिजवा दो। पहले भी कहा गया, लेकिन नहीं भेजा। इसके बाद हत्या की धमकी देते हुए आरोपियों ने विमान दास की शर्ट से सात हजार रुपए जबरन निकाल लिए।
वहीं उन्होंने यह भी बताया कि, उन्हें व उनके सहकर्मियों को वाट्सएप काल कर रंगदारी मांगी जा रही थी और धमकी दी जा रही थी। आरोपियों ने अभय सिंह का नंबर भी यह कहकर दिया कि बात कर लेना। मुकदमे में विधायक अभय सिंह, सुरेंद्र कालिया, सोनू और विक्रम उर्फ बबलू को नामजद किया गया है।
बाइक पर सवारों ने दी धमकी
रंगदारी से जुड़ा एक और मुकदमा रामसनेहीघाट कोतवाली में आंध्र प्रदेश के नेल्लूर के सिंहपुरी में रहने वाले प्रोजेक्ट मैनेजर भार्गव राम ने भी लिखाया है। उनके अनुसार, एक अप्रैल को उनकी साइट पर तीन बाइक पर सवार होकर पांच-छह लोग आए और बोले की तुमने अभी तक विधायक अभय सिंह से बात नहीं की है। इसके बाद दो डंपर वाहनों की चाबी निकाल कर ले गए और कहाकि, जो काम करता है उसे दो फीसदी कमीशन देना होता है। कमीशन पहुंचा देना और चाभी ले जाना। इस मुकदमे में भी विक्रम, सोनू और सुरेंद्र को नामजद किया गया है।
सुरेंद्र कालिया-विक्रम सिंह पुलिस की गिरफ्त में
जिसके बाद कार्रवाई करते हुए रामसनेहीघाट थाने की पुलिस ने सुरेंद्र कालिया और विक्रम सिंह उर्फ बबलू खान को गिरफ्तार किया है। सुरेंद्र कालिया हरदोई जिले के थाना कछौना के ग्राम कुकुही का रहने वाला है, जबकि विक्रम सिंह अयोध्या के थाना कैंट क्षेत्र के मुहल्ला हसनू कटरा का निवासी है। इन दोनों को पुलिस ने रामसनेहीघाट थाने के ग्राम गाजीपुर से पकड़ने का दावा किया है।
सुरेंद्र कालिया पर दर्ज 18 मुकदमे
सुरेंद्र कालिया के खिलाफ लखनऊ, कोलकाता और बागपत सहित दूसरे स्थानों पर एक हत्या सहित लूट, धमकी और मारपीट संबंधी 18 मुकदमे दर्ज हैं। सुरेंद्र कालिया रेलवे का बड़ा ठेकेदार भी है। कुछ दिनों पहले सुरेंद्र कालिया पर खुद पर गोली चलवाकर धनंजय सिंह पर इल्जाम लगाने का भी आरोप लगा था। वहीं इन दोनों के कब्जे से पुलिस को 32 सौ रुपए और डंपर वाहन की दो चाबियां भी बरामद हई हैं।
मामले पर होगी सख्त कार्रवाई- एएसपी
बाराबंकी एएसपी मनोज पांडेय ने बताया कि, सुरेंद्र कालिया मौजूदा समय लखनऊ के कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के बरिगवां में रह रहा था। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। जो भी इसमें शामिल होगा, सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।