
जयपुर : फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर में राजस्थान का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-एंड एडवांस्ड थेरपेटिक जी आई एंडोस्कोपी विभाग का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी द्वारा किया गया। जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी बीमारियों के डायग्नोसिस के लिए स्टेट-ऑफ द आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ी तरक्की है।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल जयपुर फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ. मनीष कुमार अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-एंड एडवांस्ड थेरपेटिक जी आई एंडोस्कोपी विभाग का शुभारम्भ फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, जयपुर में राज्य में सबसे एडवांस्ड, पेशेंट-सेंट्रिक मेडिकल इनोवेशन है।
अग्रवाल ने बताया कि यह नई एआई-पावर्ड एंडोस्कोपी टेक्नोलॉजी डॉक्टर के लिए तीसरी आंख की तरह काम करती है। जो छोटी-छोटी असामान्यताओं का भी पता लगा लेती है। जो पारंपरिक एंडोस्कोपिक प्रोसीजर के दौरान शायद पता न चलें। प्रोसीजर के दौरान चाहे गैस्ट्रोस्कोपी (ऊपरी एंडोस्कोपी) हो या कोलोनोस्कोपी (बड़ी आंत की एंडोस्कोपी) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंडोस्कोपी रियल टाइम में वीडियो फीड को एनालाइज करती है। अगर इसे कोई संदिग्ध जगह दिखती है, तो यह तुरंत स्क्रीन पर एक हाइलाइट किया हुआ बॉक्स बनाती है, जिससे डॉक्टर को करीब से देखने के लिए अलर्ट मिलता है। बेहतर कलर विज़ुअलाइज़ेशन और हाई-ज़ूम कैपेबिलिटी छोटे बदलावों को शार्प फोकस में लाने में मदद करती हैं, जिससे डायग्नोस्टिक एक्यूरेसी बेहतर होती है। इस वजह से, शुरुआती स्टेज की बीमारियों को अक्सर एंडोस्कोपिक रिमूवल से मौके पर ही पहचाना और इलाज किया जा सकता है, बिना ज्यादा इनवेसिव सर्जरी की जरूरत के। यह प्रोसीजर जल्दी (लगभग 8–10 मिनट) होता है और हल्के सेडेशन के साथ, लगभग दर्द रहित होता है, और मरीज़ को आमतौर पर एक घंटे के अंदर छुट्टी दे दी जाती है।
डॉ. श्याम सुंदर शर्मा, सीनियर डायरेक्टर और हेड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-एंड एडवांस्ड थेरपेटिक जी आई एंडोस्कोपी विभाग, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, जयपुर ने कहा, “एआई एंडोस्कोपी पेट से जुड़ी बीमारियों के डायग्नोसिस में एक क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी है। एआई से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का शुरुआती स्टेज में पता लगाना और कई मामलों में, बिना सर्जरी के एंडोस्कोपी से ही उनका इलाज करना मुमकिन हो जाता है। हमारा मकसद मरीजों को वर्ल्ड-क्लास, सटीक और सुरक्षित डायग्नोस्टिक सर्विस देना है ताकि गंभीर बीमारियों को समय पर रोका जा सके।















