पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल के आईसीसीयू में भर्ती किया गया। चिकित्सकों के अनुसार उनकी किडनी और फेफड़ों में गंभीर समस्या पाई गई है। इसके अलावा शरीर में क्रिएटिनिन, पोटैशियम और सोडियम के स्तर में भी असंतुलन देखा जा रहा है।
20 जनवरी को सांस लेने में दिक्कत के चलते पार्थ चटर्जी को प्रेसिडेंसी जेल से एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को उनकी स्थिति और खराब हो गई, जिसके कारण डॉक्टरों ने उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में रखने का निर्णय लिया।
पार्थ चटर्जी, शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपित हैं और जुलाई 2022 से जेल में हैं। इस दौरान वे कई बार बीमार पड़े। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण भुवनेश्वर एम्स में भी कराया गया था। उन्होंने कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए अदालत से जमानत की अपील की, लेकिन इसे खारिज कर दिया गया।
पार्थ चटर्जी का वजन अधिक होने के कारण वे पहले से ही कई समस्याओं से जूझ रहे थे। जेल में रहते हुए उन्होंने पैनिक अटैक और सीने में दर्द की शिकायत भी की। पिछले हफ्ते जेल में अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाने का फैसला किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में जमानत देने का आदेश दिया था, जिसमें एक फरवरी तक सशर्त जमानत देने की बात कही गई थी। हालांकि, सीबीआई के मामले में उनकी जमानत अभी तक मंजूर नहीं हुई है। इसलिए उनकी जेल से रिहाई फिलहाल संभव नहीं है।
पार्थ चटर्जी की बिगड़ती हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लगातार निगरानी में रखा है। उनके इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है। उनकी स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।