पूर्व मंत्री व भाजपा के विधायक की उपेक्षा…मिशन निदेशक के आदेश का टीपी ने किया दरकिनार

करोड़ों का खेल पूर्व में कर चुका है टीपी

सुल्तानपुर. देश व प्रदेश में चलाई जा रही सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट कौशल विकास मिशन जिसमें लाखों लाख युवाओं को विभिन्न प्रकार के ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर सर्टिफिकेट उपलब्ध करा कर प्लेसमेंट करने तक की जिम्मेदारी सरकार ने ले रखी है। और इसके बदले में एक बच्चे की ट्रेनिंग में₹25000 सरकार टीपी को देती है। ऐसे ड्रीम प्रोजेक्ट का जिले में बुरा हाल है।


यहां के डीपी अवने पावने में प्रशिक्षण देकर सरकार का करोड़ रुपए डकार गए हैं । इसी कड़ी में सुल्तानपुर “मेडी कटीया फार्मा क्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड” के नाम से अनन्या भवन अमहट में कौशल मिशन योजना द्वारा संचालित हुआ है हेल्थ केयर ट्रेड के अंतर्गत 250 युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने के लिए कौशल विकास मिशन के तरफ से प्रस्तावित हुआ है। जिसके टीपी बी के वर्मा है।


जानकारी के अनुसार निदेशक मित्तल हरि ने अपने लेटर में पूरे प्रदेश के जिलों के जिला अधिकारियों को जारी कर रखा था कि जिले के किसी भी क्षेत्र में जब कौशल विकास प्रशिक्षण युवाओं को केंद्र का शुभारंभ किया जाएगा तो सबसे पहले उसे क्षेत्र के विधायक की जानकारी देने के साथ-साथ उनके कर कमल द्वारा सुनिश्चित होना चाहिए लेकिन वहीं दूसरी तरफ प्रशिक्षण प्रदाता टीपी बीके वर्मा ने मिशन से 250 बच्चों का ट्रेनिंग करवाने के लिए टारगेट तो ले लिया और प्रशिक्षण केंद्र भी किसी दूसरे क्षेत्र के विधायक को बुलाकर उद्घाटन कर लिया क्षेत्रीय विधायक को बुलाने को कौन कहे जानकारी भी नहीं दिया बताया जाता है कि 62 लाख का प्रोजेक्ट 4 महीने में पूरा करके मिशन को देना है सूत्र की माने तो यही टीपी सुल्तानपुर जिले में अंदर खाने से लगभग 10 साल से अपना जाल बिछा रखा है कोई भी टारगेट जिले में अगर आता है तो पहले इसको मिलता है तब किसी और को लोग तो यहां तक बताते हैं कि कौशल लोग तो यहां तक बताते हैं कि यह व्यक्ति जिले में चाहे जो बड़े अधिकारी या डीसी अपने पद पर रहते हैं यह व्यक्ति कहीं ना कहीं से अपना उन अधिकारियों के अंदर खाने तक जुड़ जाता है और दिनभर विकास भवन के मिशन के कार्यालय के बीच बना रहता है । लोगों की माने तो 10 साल में इस टीपी ने सुल्तानपुर में ही करोड़ों का कौशल विकास केंद्र चलाकर सरकार का चूना लगाया है।

डीसी क्या कहते हैं :
भूपेंद्र पाल ने कहा कि मिशन से पत्र के बारे में मुझे जानकारी नहीं है ।और अगर मिशन का पत्र निर्देशक का आया था तो इसका पालन टी पी को कराना था अगर उन्होंने इसमें कोई हीला हवाली कि होगी तो कार्रवाई होगी।

बोले मंत्री :
पूर्व मंत्री सुल्तानपुर के विधायक विनोद सिंह ने भास्कर को मोबाइल पर जानकारी के दौरान बताया कि मिशन के टीपी व कौशल विकास मिशन केंद्र के उद्घाटन से संबंधित हमको किसी भी प्रकार की जानकारी लिखित या मौखिक नहीं मिली है और अगर शासन से निदेशक ने चिट्ठी दे रखी है । अगर इसकी जानकारी टीपी ने नहीं दी है तो जांच कराके टीपी व अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी और निदेशक के आदेश का पालन होना चाहिए था।

मिशन निदेशक क्या बोले:

कौशल विकास मिशन डिप्टी डायरेक्टर मयंक गंगवार ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक के लिए पत्र ही नहीं लिखा गया है अनिवार्य गया है और अगर इस तरह से कोई टी पी अपने क्षेत्रीय विधायक को इग्नोर करके कोई कार्य करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

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