
जयपुर : राजस्थान हाईकोर्ट में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने की बात कहने पर राज्य सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशाना साधा है। गहलोत ने गुरुवार को सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए भाजपा की सोच को बेहद निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए लिखा कि भाजपा नहीं चाहती कि नई पीढ़ी राजनीतिक रूप से जागृत हो एवं नया नेतृत्व तैयार हो।
उन्होंने पोस्ट किया कि हाईकोर्ट में राजस्थान की भाजपा सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनाव न करवाने की बात कहने से अब यह स्पष्ट है कि भाजपा चाहती ही नहीं कि नई पीढ़ी राजनीतिक रूप से जागृत हो एवं नया नेतृत्व तैयार हो। भाजपा की यह सोच बेहद निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने लिखा, छात्रसंघ की राजनीति केवल कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा एवं अन्य राजनीतिक दलों के भी कई नेता निकल कर आए हैं। क्या उन्हें सार्वजनिक तौर पर अपनी बात नहीं रखनी चाहिए? आखिर नई शिक्षा नीति का बहाना लेकर कब तक इन चुनावों को टालते रहेंगे? गहलोत ने सवाल किया कि छात्र संगठन एबीवीपी मौन क्यों है? बाकी दलों के छात्र संगठनों को भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट में जवाब पेश करते हुए वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2025-26 में प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव कराने से इनकार कर दिया है।