
बहराइच। बहराइच पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराजा सुहेलदेव के 40 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण के दौरान सपा, कांग्रेस व अन्य सरकारों पर जमकर हमला बोला। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि 1000 वर्ष पूर्व विदेशी आक्रांताओं के साथ क्या होना चाहिए। उसकी मिसाल आज पेश करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद।
डबल इंजन के भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व की सरकार में संकल्प लिया था और मुझे प्रसन्नता है कि भव्य स्मारक का लोकार्पण प्रधानमंत्री के विरासत और संविधान को आगे बढ़ाते हुए आज बहराइच के चित्तौरा नामक स्थान पर एक भव्य कार्यक्रम हो रहा है। साथ-साथ मेडिकल कॉलेज का नाम भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा गया है। वह अस्पताल का नाम उनके गुरु महर्षि के नाम पर रखा गया है। आजमगढ़ के विश्वविद्यालय को भी महाराजा सुहेलदेव के नाम से नामित किया गया है।
मैं बहराइच के एक कार्यक्रम में कहा था कि विदेशी आक्रांताओं का महिमा मंडन नहीं होना चाहिए। राष्ट्र नायकों का सम्मान होना चाहिए। हर हाल में यह सम्मान होना चाहिए, और 1000 साल पहले इस सौर और पराक्रम की गाथा एक इतिहास थी, जिसे सच करके दिखाया है। महाराजा सुहेलदेव ने इसी भूमि पर लड़कर दिखाया था। आज ही की तिथि है 10 जून 1034 की, जब महाराजा सुहेलदेव ने एक विदेशी आक्रांता, जो गजनी से चला था। भारत को लूटने के लिए अपनी लगभग 3 लाख की सेना लेकर, लेकिन उसे विदेशी आक्रांता को रोकने से लेकर अपनी कूटनीति के नाते मथुरा से लेकर बहराइच तक पग पग पर बाधाएं खड़ी कीं।
उसे विदेशी आक्रांता की आधी से भी अधिक सेना समाप्त हो गई थी। इसी चितौरा नामक स्थान पर उसका सामना महाराजा सुहेलदेव से हुआ, तो 20 से 25 हजार की सेना थी। डेढ़ लाख सेना सैयद सालार मसूद के साथ थी, लेकिन इन 20 से 25 हजार सेना ने उन आक्रांताओं को ऐसा मूली, गाजर की तरीके से काटा कि सैयद सालार को पकड़ लिया गया, और उसकी सजा भी ऐसी हुई कि इस्लाम में जहन्नुम में जाने की गारंटी देता है।
सीएम योगी ने कहा, “डबल इंजन की सरकार में किसी भी महापुरुष के साथ असम्मान नहीं होने दिया जाएगा। आज मैं सपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियों से पूछना चाहता हूं कि क्या किया उन्होंने? उन्होंने, महाराज सुहेलदेव को उनके समय में क्यों नहीं सम्मान मिल पाया? क्योंकि इन पार्टियों को वोट बैंक की चिंता थी, कहीं महापुरुषों का नाम रख देंगे, तो तुष्टिकरण की नीति कहीं फेल न हो जाए। और मुस्लिम वोट बैंक के नाते, वे लोग विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलते थे।”
सीएम योगी ने कहा, “मैं यही बोलना चाहता हूं कि सभी से, जो लोग आज भी जिन्ना का महिमामंडन करते थे, मैं पूछना चाहता हूं कि राष्ट्र नायक लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति का गुजरात में अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते थे, तब सपा जिन्ना का गुणगान करती थी। जब महाराजा सुहेलदेव के सम्मान और गुणगान की बात आती है, तब सपा और कांग्रेस में होड़ मचती थी और कहते थे कि गाजी का विवाह होना चाहिए। हमने कहा कि विदेशी आक्रांताओं का महिमा मंडन नहीं होना चाहिए।”
सीएम योगी ने कहा, “मैं धन्यवाद करता हूं कि सभी लोगों ने इन आयोजनों को पूरी तरह से बंद करवा दिया है। विदेशी आक्रांताओं के नाम पर कोई भी आयोजन नहीं होना चाहिए; आयोजन होंगे भी तो महाराजा सुहेलदेव के नाम पर होंगे।”
इस दौरान उन्होंने बटन दबाकर 40 फीट ऊंची कांस्य से बनी महाराजा सुहेलदेव के स्मारक व 1243 करोड़ की 384 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, ओमप्रकाश राजभर, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह समेत अन्य सांसद व विधायक मौजूद रहे।