फ्लेक्सी-कैप फंड : बदलते बाजार में स्थिर रिटर्न

देवीप्रसाद नायर, हेड – म्यूचुअल फंड, पीएमएस और एआईएफ, हीलियोस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट इंडिया

प्रश्न 1: सेबी के निर्देशों के अनुसार, फंड्स को अपने नाम के अनुरूप होना चाहिए। इस निर्देश के पीछे क्या उद्देश्य है? सेबी इस पर किस प्रकार नज़र रखता है?

सेबी ने देखा कि अधिकांश डाइवर्सिफ़ाइड या मल्टी-कैप फंड मुख्यतः लार्ज-कैप्स में निवेश कर रहे हैं, इसलिए एक नई फंड श्रेणी- फ्लेक्सी-कैप- शुरू की गई। इसका कारण यह था कि इन फंड्स का उद्देश्य “ऑल-कैप” एक्सपोज़र प्राप्त करना था, परंतु अंततः निवेशकों के पास मुख्य रूप से लार्ज-कैप पोर्टफोलियो ही रह जाता था।

इसलिए सेबी ने निर्देश दिया कि मल्टी-कैप फंड्स को लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप स्टॉक्स में से प्रत्येक में कम से कम 25 प्रतिशत निवेश करना होगा। साथ ही, इक्विटी में कम से कम 65 प्रतिशत निवेश की शर्त के साथ एक फ्लेक्सी-कैप श्रेणी शुरू की गई, ताकि फंड मैनेजरों को वैल्यूएशन और बाजार चक्र के आधार पर लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप में निवेश की पूरी स्वतंत्रता मिल सके। इसका उद्देश्य फंड्स को उनके “लेबल के अनुरूप” बनाना था।

सेबी इन फंड्स पर निरंतर नज़र रखता है। इन्हें समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो का विवरण प्रस्तुत करना होता है ताकि मार्केट-कैप निवेश स्पष्ट, पारदर्शी और तुलनात्मक रहे|
प्रश्न 2: फ्लेक्सी-कैप फंड्स जैसी श्रेणियों में ज्यादातर फंड्स का आवंटन मुख्यतः लार्ज-कैप में किया जाता है, जो 70 प्रतिशत तक जा सकता है। हीलियोस एमएफ के फ्लेक्सी-कैप फंड में आवंटन किस तरह होता है?

यह सच है कि कई फ्लेक्सी-कैप फंड्स में लार्ज कैप का एक्सपोज़र 70 प्रतिशत से अधिक होता है, जिसके कारण वो लगभग लार्ज-कैप फंड जैसा ही प्रदर्शन करते हैं। हीलियोस में हम ऐसा नहीं करते हैं। हम अपने पोर्टफोलियो को फ्लेक्सिबल बनाकर रखते हैं। हम स्थिरता के लिए लार्ज-कैप्स में काफी निवेश बनाकर रखते हैं, पर उन मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों में भी अच्छा निवेश करते हैं, जिनमें हमें बाजार चक्र के आधार पर आकर्षक वैल्युएशन और आय दिखाई देती है।

हम फंड को काफी गतिशील रखते आए हैं। 2024 में जब वैल्युएशन बढ़ा तब हमने मिड-कैप में निवेश को कम किया और लार्ज-कैप कंपनियों में निवेश बढ़ाया। उसके बाद जब लार्ज कैप कंपनियों में अवसर कम हो गए, तो हमने उनमें अपने निवेश को कम कर दिया। अगस्त 2024 में लार्ज कैप कंपनियों में हमारा निवेश 62.68 प्रतिशत था, जिसे अगस्त 2025 में कम करके हमने 49.03 प्रतिशत तक ला दिया।

प्रश्न 3: क्या आपको लगता है कि रैगुलेटर का यह निर्देश फंड के बेहतर प्रदर्शन में बाधक है? हीलियोस फ्लेक्सी-कैप फंड के साथ आपका अनुभव कैसा रहा है?

हमें नहीं लगता कि सेबी के निर्देश से कोई बाधा उत्पन्न हुई है। बल्कि इससे विभिन्न श्रेणियों का वर्गीकरण स्पष्ट हो गया है। इस फ्लेक्सिबिलिटी से हमें हीलियोस फ्लेक्सी कैप फंड के लिए लार्ज-कैप फंड्स की स्थिरता और मिड एवं स्मॉल कैप्स की तेज गति के बीच सही संतुलन बनाने में मदद मिली है।

इस फ्लेक्सिबिलिटी से परफॉर्मेंस में बाधा नहीं आई, बल्कि उसमें सुधार हुआ। उदाहरण के लिए, जब 2024 के मध्य में वैल्युएशन काफी ज्यादा था, तब मिड-कैप में हमने निवेश को कम कर दिया, फिर जब बाद में मिड-कैप में अवसर बढ़े, तब हमने लार्ज-कैप में अपना निवेश घटाकर 49.03 प्रतिशत कर दिया। हमारा अब तक का अनुभव यह रहा है कि अगर फ्लेक्सिबिलिटी के साथ अनुशासन रखा जाए, तो हमें विभिन्न चक्रों में ज्यादा प्रभावशाली प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।

प्रश्न 4 फ्लेक्सी-कैप श्रेणी में रिबैलेंसिंग किस प्रकार होती है? क्या यह समय-समय पर की जाती है या फिर बाजार की गतिशीलता की सतत प्रतिक्रिया के रूप में?

कृपया हाल की कुछ घटनाओं के उदाहरण देकर समझाएँ जिनकी वजह से आपको अपने फ्लेक्सी-कैप फंड में रिबैलेंसिंग करनी पड़ी।

हीलियोस में, हम कैलेंडर के आधार पर रिबैलेंसिंग नहीं करते, बल्कि बाजार की गतिशीलता के अनुसार लगातार रिबैलेंसिंग करते रहते हैं। उदाहरण के लिए, जब मिड-कैप के वैल्युएशन साल 2024 की शुरुआत में बहुत ज्यादा ऊँचे थे, तब हमने मिड-कैप में निवेश कम कर दिया था और लार्ज-कैप में निवेश बढ़ा दिया था। फिर जब यह चक्र बदला, और मिड कैप में आकर्षक अवसर मिलने लगे, तो हमने लार्ज-कैप में निवेश को 63 प्रतिशत से कम करके 49 प्रतिशत कर दिया।

इन परिवर्तनों के लिए हम मशीन पर निर्भर नहीं रहते, बल्कि हमारी निवेश टीमें दशकों तक अनुसंधान, वैल्युशन और बाजार की समझ के आधार पर ये परिवर्तन करती हैं। संक्षेप में, इससे फ्लेक्सी-कैप फंड के प्रबंधन में कठोर दृष्टिकोण की बजाय हमारे ‘‘निवेश सिद्धांत की फ्लेक्सिबिलिटी’’ प्रदर्शित होती है।

प्रश्न 5: यदि निवेश का झुकाव ज्यादातर लार्ज-कैप श्रेणी की ओर है, तो फ्लेक्सी-कैप फंड की क्या कमियाँ हो सकती हैं?

यदि फ्लेक्सी-कैप फंड का 70 से 80 प्रतिशत झुकाव लार्ज-कैप फंड की ओर बना रहता है, तो इस श्रेणी का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता है। इसकी कमियाँ साफ हैं:
• निवेशक अपने लार्ज-कैप में पहले से किए गए निवेश की नकल कर बैठते हैं।
• ये फंड मिड और स्मॉल-कैप फंड की तेज गति का लाभ उठाने की क्षमता खो देते हैं, जिससे दीर्घकालिक चक्रवृद्धि विकास को नुकसान पहुँच सकता है।
• इससे उन साथियों के मुकाबले खराब प्रदर्शन का जोखिम रहता है, जो फ्लेक्सिबिलिटी का पूरा उपयोग करते हैं।

इसीलिए, हीलियोस में हम लार्ज कैप्स की स्थिरता और मिड एवं स्मॉल-कैप्स की तेज गति का संतुलन बनाकर सबसे ज्यादा लाभ सुनिश्चित करते हैं, और चुस्त रहकर निवेश में संतुलन बनाते हैं। इस प्रकार हम फ्लेक्सी-कैप फंड के नाम और भावना के अनुरूप काम करते हैं।

म्यूचल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। इनमें निवेश करने से पहले योजना से संबंधित सभी दस्तावेज ध्यान से पढ़ें।

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