शरीफों के मोहल्ले में जिस्म का बाजार : वाट्सएप से बुकिंग…तहखाने में बने क्यूबिक का किराया दो घंटे का 500 रुपए

 
 वाट्सएप से बुकिंग और तहखाने में अय्याशी
 
– कॉलगर्ल की तस्वीर के नीचे कीमत भी लिखकर भेजते थे

– सात ग्राहकों के साथ दो कॉलगर्ल्स भी मौके से पकड़ी गईं
– जल्दी अमीर बनने के लिए शुरू किया जिस्म का कारोबार
 
कानपुर। ऑनलाइन जिस्म की मंडी का भंडाफोड़ हुआ है। कल्याणपुर के गूबा गार्डेन मोहल्ले में शरीफों की बस्ती में सेक्स रैकेट के ठिकाने से सात ग्राहकों के साथ दो कॉलगर्ल्स को गिरफ्तार किया गया है। जिस्म के अड्डे को दो दोस्तों ने जल्दी अमीर होने की ख्वाहिश में सजाया था। वाट्सएप के जरिए बुकिंग पक्की होने के बाद तयशुदा ठिकाने पर ग्राहकों को कॉलगर्ल उपलब्ध कराई जाती थी। इसके बाद ग्राहक अपनी सुविधा के हिसाब से किसी होटल-सुरक्षित ठिकाने में अय्याशी करने चला जाता था। जेब और उम्र से कमजोर ग्राहकों को गूबा गार्डेन मोहल्ले के ठिकाने में तहखाने में अय्याशी करने के लिए छोटे-छोटे क्यूबिक मुहैया कराए जाते थे।

कॉलगर्ल्स की तस्वीर के नीचे रेट भी दर्ज
गूबा गार्डेन मोहल्ले में सुनील पाल उर्फ आशीष के साथ उसके दोस्त शुभम पटेल ने कुछ महीने पहले सेक्स रैकेट शुरू किया था। शुरुआत में मोहल्ले के लोगों ने नजरअंदाज किया, लेकिन गुजरते वक्त के साथ सुनील के मकान में लड़कियों के साथ अनजान लोगों की घंटे-दो घंटे के लिए आवाजाही बढ़ने लगी तो पुलिस तक शिकायत पहुंची। मुखबिरों से सटीक जानकारी के बाद शुक्रवार की रात पुलिस ने आशीष के मकान में छापा मारा तो शिकायत सच मिली। पुलिस को मकान के तहखाने से सात ग्राहकों के साथ दो कॉलगर्ल्स मिली हैं। रैकेट के संचालक आशीष उर्फ सुनील पाल और शुभम के साथ ग्राहकों और कॉलगर्ल्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की पड़ताल में मालूम हुआ कि, शुभम और आशीष वाट्सएप के जरिए ग्राहकों को कॉलगर्ल मुहैया कराते थे। एक रात की कीमत लिखकर वाट्सएप पर कॉलगर्ल्स की तस्वीर भेजी जाती थी। ग्राहक की पसंद के आधार पर भुगतान के बाद उसके बताए ठिकाने पर कॉलगर्ल को भेजा जाता था।

होटल या फार्महाउस, बजट कम तो तहखाना
एडीसीपी-पश्चिम कपिलदेव सिंह ने बताया कि, कॉलगर्ल को लेकर ग्राहक किसी होटल अथवा सुरक्षित स्थान पर चला जाता था, लेकिन जेब और उम्र से कमजोर लोगों के लिए होटल बुकिंग मुमकिन नहीं थी। ऐसे लोगों के लिए शुभम-आशीष ने अपने मकान के तहखाने में छोटे-छोटे क्यूबिक बनवाए थे। दो घंटे के 500 रुपए के हिसाब से अतिरिक्त भुगतान करने पर कॉलगर्ल्स को तहखाने में भेजा जाता था। इसी तहखाने से शुक्रवार की रात पुलिस को सात ग्राहकों के साथ दो कॉलगर्ल्स पकड़ने में कामयाबी मिली है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में मालूम हुआ है कि, शुभम और आशीष का कई होटल मैनेजरों से संपर्क था। होटल से डिमांड आने पर वहां भी कॉलगर्ल्स को भेजा जाता था। गौरतलब है कि, ऐसी ही होटल-दलाल की मिलीभगत से बीते महीने फजलगंज थानाक्षेत्र के होटल माउंटेन में एक लड़की की लाश मिली थी।

मां-मौसी को ऐतराज क्यों नहीं, भूमिका की जांच होगी
आशीष के मकान में उसकी मां और मौसी भी रहती हैं, लेकिन प्रारंभिक जांच में दोनों की संलिप्तता सामने नहीं आई है। अलबत्ता इस सवाल का जवाब अभी नहीं मिला है कि, रोजाना दर्जनों लड़के-लड़कियों के बेधड़क आने और तहखाने में अय्याशी करने के बावजूद, दोनों को ऐतराज क्यों नहीं था। एडीसीपी-पश्चिम कपिलदेव ने बताया कि, फिलहाल दोनों महिलाएं शहर से बाहर हैं। वापस आने के बाद दोनों के फोन की सीडीआर से देखा जाएगा कि, आशीष-शुभम के मोबाइल फोन से जिन ग्राहकों से संपर्क किया गया था, उन लोगों से क्या दोनों महिलाओं की बात होती थी अथवा नहीं। इसके अलावा सेक्स रैकेट में शामिल कॉलगर्ल्स के नंबर भी दोनों महिलाओं के मोबाइल फोन की सीडीआर में मिले तो दोनों को अभियुक्त बनाया जाएगा।

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