
फरीदाबाद : सिविल अस्पताल के पीछे स्थित खुले मैदान में गुरुवार दोपहर अचानक सूखी झाडिय़ों में आग लग गई, जिससे स्वास्थ्य विभाग की पांच कंडम गाडिय़ां भी आग की चपेट में आकर जल गईं। आग की सूचना मिलते ही फायर विभाग की दो गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल की मुख्य बिल्डिंग के पीछे एक बड़ा खुला मैदान है, जहां पर लंबे समय से स्वास्थ्य विभाग की पुरानी, खराब और कंडम घोषित गाडिय़ां खड़ी की जाती रही हैं। इसी मैदान में झाडिय़ां भी उगी हुई थीं, जो हाल ही की गर्मी और सूखे मौसम की वजह से पूरी तरह सूख चुकी थीं। गुरुवार दोपहर अचानक इन्हीं सूखी झाडिय़ों में आग भडक़ उठी। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वहां खड़ी पुरानी गाडिय़ों को भी अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय कर्मचारियों द्वारा तुरंत आग की सूचना अस्पताल प्रशासन और दमकल विभाग को दी गई। मौके पर फायर विभाग की दो गाडिय़ां पहुंचीं और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि वहां खड़ी पांच पुरानी कंडम गाडिय़ों के हिस्से जल चुके थे। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. विकास गोयल ने बताया कि आग लगने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर दो संभावनाएं सामने आ रही हैं। एक तो यह कि भीषण गर्मी के कारण सूखी झाडिय़ों में खुद से आग लगी हो सकती है, दूसरी आशंका यह भी है कि किसी राहगीर ने लापरवाही वश जलती हुई बीड़ी या सिगरेट वहां फेंक दी हो, जिससे झाडिय़ां जल उठीं। उन्होंने बताया कि जहां आग लगी, वह इलाका पूरी तरह खुला है और वहां कोई निगरानी नहीं होती। इस मैदान में स्वास्थ्य विभाग की वह गाडिय़ां खड़ी हैं जो या तो तकनीकी रूप से खराब हैं या जिनका उपयोगिता समाप्त हो चुका है। इन गाडिय़ों को विभाग द्वारा कंडम घोषित कर वहीं खड़ा कर दिया गया था। अस्पताल प्रशासन ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस चौकी को भी दी है और आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीमों द्वारा घटनास्थल का मुआयना किया गया है। अस्पताल परिसर में मौजूद मरीजों और स्टाफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।