शिमला के नमाणा गांव में भीषण अग्निकांड में पांच घर राख, 24 लोग बेघर

शिमला। शिमला जिले के ठियोग उपमंडल की क्यार पंचायत के नमाणा गांव में हुए भीषण अग्निकांड में पांच लकड़ी के मकान जलकर राख हो गए। आग में बालक राम की एक गाय भी जिंदा जल गई। इस हादसे में तीन सगे भाई बालक राम, संतराम और लायक राम पुत्र झरिया तथा दो सगे भाई हरि राम और रति राम पुत्र बुद्धि राम के घर पूरी तरह राख हो गए। देखते ही देखते इन पांच परिवारों का सब कुछ जलकर खाक हो गया। अब इन 24 लोगों के पास तन पर पहने कपड़ों के सिवा कुछ नहीं बचा है।

अग्निकांड की ये घटना शनिवार को हुई जब एक घर से उठी लपटों ने आसपास के मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। सिलिंडर फटने से आग और भयानक हो गई। गांव के लोग टैंकों, टुल्लू पंप और स्प्रे पंप से आग बुझाने की कोशिश करते रहे, पर लकड़ी के बने मकान देखते ही देखते धधक उठे। फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन संकरी और क्षतिग्रस्त सड़क के कारण बड़े फायर टेंडर नहीं पहुंच पाए। इस वजह से आग को काबू करने में काफी देर लग गई।

एसडीएम ठियोग शशांक गुप्ता ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये की फौरी राहत, तरपाल और कंबल उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि सभी परिवारों को गांव के सामुदायिक भवन में ठहराया गया है, जहां ग्रामीणों की मदद से भोजन और अन्य जरूरी सामान जुटाया गया है।

यह हादसा सिर्फ पांच परिवारों के घर नहीं, बल्कि उनकी जिंदगी की जमा-पूंजी और सपनों को भी राख कर गया। पीड़ित संतराम ने कुछ महीने पहले ही बेटे की शादी के लिए घर का काम कराया था, जबकि बाकी परिवारों ने भी अपनी पूरी कमाई से घर बनाए थे। अब सब कुछ राख में तब्दील हो गया है।

बता दें कि हर साल सर्दियों के मौसम में शिमला जिले के ऊपरी इलाकों में इस तरह की घटनाएं घटती हैं। लकड़ी के बने पारंपरिक घरों में आग लगने पर लपटें इतनी तेजी से फैलती हैं कि कुछ भी बचाना मुश्किल हो जाता है।

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