
Bhojpur : बिहार के भोजपुर जिले के आरा में एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। यहां एक बेटे ने अपने ही पिता की नृशंस हत्या कर दी है। इतना ही नहीं, आरोपी ने हत्या के बाद पिता के दाहिने हाथ का अंगूठा भी काट लिया ताकि भविष्य में कोई भी परिजन उसकी संपत्ति या रिटायरमेंट फंड का दावा न कर सके। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, और पूछताछ में हत्या का कारण भी स्पष्ट हो गया है।
मृतक की पहचान झारखंड पुलिस में हवलदार और हजारीबाग जिले में पुलिस वाहन चालक के रूप में तैनात पशुपति नाथ तिवारी के रूप में हुई है। वह जनवरी 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनका पैतृक गांव बिहार के भोजपुर जिले के भगवतपुर में है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटा विशाल कुमार तिवारी अपने पिता की संपत्ति और रिटायरमेंट फंड पर नजर लगाए हुए था। वह नशे का आदी भी था। उसने अपने दोस्त मोहम्मद जिशान अहमद जिलानी, निवासी हजारीबाग, के साथ मिलकर हत्या की योजना बनायी थी। दोनों आरोपियों ने 20 दिसंबर की तड़के हजारीबाग से भोजपुर पहुंचकर पशुपति नाथ के घर में घुस गए। आरोप है कि उन्होंने चाकू से गला रेतकर पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद विशाल ने पिता का दाहिना अंगूठा काट लिया ताकि भविष्य में कोई भी उनके संपत्ति के दावेदार के रूप में दावा न कर सके।
पुलिस का कहना है कि विशाल पिछले दो वर्षों से इस हत्या की साजिश रच रहा था। उसकी पत्नी को जब इसकी जानकारी हुई, तो उसने अपने ससुर को चेतावनी भी दी, लेकिन उन्होंने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। घटना के बाद पुलिस ने परिवार के किसी सदस्य पर संदेह जताते हुए जांच शुरू की। घटनास्थल से मिले मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर पहले जिशान को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर विशाल को भोजपुर से पकड़ लिया गया। दोनों आरोपियों ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून से सनी जैकेट को भोजपुर के संदेश इलाके में सोन नदी में फेंक दिया था।
पुलिस अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है, और आरोपी पुत्र और उसके साथी से पूछताछ जारी है। यह घटना न केवल परिवार में खौफ का माहौल पैदा कर गई है, बल्कि समाज में भी भय का संचार कर रही है।















