
फिरोजाबाद में कैश वैन लूट के फरार आरोपी नरेश की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई। डीआईजी शैलेश पांडे ने नरेश को पकड़ने के लिए 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। एसपी अनुज चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीम ने नरेश की तलाश शुरू की थी। 30 सितंबर को मक्खनपुर इलाके में पुलिस और नरेश के बीच हुई मुठभेड़ में नरेश और प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ संजीव दुबे घायल हो गए। फायरिंग के दौरान एसपी अनुज चौधरी बाल-बाल बचे, क्योंकि उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट ने उन्हें बचा लिया। घायल नरेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं प्रभारी निरीक्षक संजीव दुबे का इलाज चल रहा है।
मामले की पृष्ठभूमि
फिरोजाबाद पुलिस ने 30 सितंबर को हुई दो करोड़ रुपये की कैश वैन लूट का खुलासा करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से एक करोड़ रुपये से अधिक नकदी, लूट के पैसों से खरीदे गए आईफोन, मोटरसाइकिल की रसीद और अवैध असलहे बरामद किए गए थे।
लूट की घटना थाना मक्खनपुर क्षेत्र के ग्राम घुनपई के पास हुई। कानपुर से आगरा जा रही कैश वैन (GJ 18 EB 9724) को दो चारपहिया वाहनों में सवार बदमाशों ने रोका। लुटेरों ने ड्राइवर पर असलहे की बट से हमला किया और उसके हाथ-पैर बाँधकर लगभग दो करोड़ रुपये की नकदी लूटकर फरार हो गए।
फरार कैसे हुआ नरेश
पूछताछ के दौरान नरेश ने लूटे गए 20 लाख रुपये अलीगढ़ में किसी जगह छिपाने की जानकारी दी। पुलिस ने देर रात छापेमारी कर नकदी बरामद की। इसी दौरान नरेश को घटनास्थल पर ले जाया गया, लेकिन उसने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की।
मुठभेड़ और कार्रवाई
मक्खनपुर इलाके में नरेश और पुलिस के बीच आमने-सामने फायरिंग हुई। इस दौरान थाना रामगढ़ के प्रभारी निरीक्षक संजीव दुबे घायल हो गए। एसपी अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट ने उन्हें गंभीर चोटों से बचा लिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में नरेश घायल हो गया। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घायल प्रभारी निरीक्षक संजीव दुबे का उपचार चल रहा है।