
सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। इस दौरान विधायक ने कठुआ में नागरिकों की हत्या और गुलमर्ग फैशन शो विवाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया, जिससे सदन में हंगामा मच गया।
गुलमर्ग फैशन शो पर उठे सवाल
जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और दो निर्दलीय विधायकों ने गुलमर्ग में आयोजित फैशन शो पर सवाल उठाए। इन नेताओं का कहना था कि यह शो “अश्लील” था और इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने इस आयोजन की जांच की मांग की और इसे रमजान के पवित्र महीने के दौरान आयोजित किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।
विधायकों का विरोध और तर्क
पीडीपी विधायक मीर मोहम्मद फैयाज और एनसी विधायक तनवीर सादिक ने सदन में इस मुद्दे को उठाया। उनका कहना था कि रमजान के दौरान गुलमर्ग के शीतकालीन पर्यटन स्थल पर इस तरह के फैशन शो का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से गलत था, बल्कि यह स्थानीय लोगों की भावनाओं के खिलाफ भी था। उन्होंने इसे बर्दाश्त न करने की बात कही और इस तरह के आयोजनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कठुआ हत्या मामले पर भी उठे सवाल
विधानसभा सत्र में कठुआ में नागरिकों की हत्या मामले को लेकर भी विपक्ष ने सरकार को घेरा। विधायकों ने इस मामले में सरकार की कार्रवाई की समीक्षा करने की मांग की, और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
विधानसभा में गहमा-गहमी जारी
सदन में इस हंगामे के बीच सत्ता पक्ष ने विपक्ष के आरोपों का जोरदार विरोध किया। सत्ता पक्ष का कहना था कि गुलमर्ग फैशन शो का आयोजन एक सांस्कृतिक गतिविधि के रूप में किया गया था और इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़ना गलत है। हालांकि विपक्षी दलों ने इस आयोजन की आलोचना करते हुए इसे सामाजिक और धार्मिक लिहाज से अनुचित बताया।
यह विवाद विधानसभा सत्र में एक बड़ा मुद्दा बन गया, और आने वाले दिनों में इस पर और भी बहस होने की संभावना है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ने इस मुद्दे को लेकर अपने-अपने पक्ष को मजबूत करने की कोशिश की है।