
Fatehpur Tomb Dispute : AIMIM नेता आसिम वकार ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर तीखा हमला किया है। उन्होंने मायावती को फतेहपुर मामले पर चुप रहने की नसीहत दी और कहा कि उन्हें मुसलमानों के साथ खड़ा होना चाहिए।
फतेहपुर में मकबरे को लेकर हो रहे विवाद पर मायावती ने जो पोस्ट की थी, उस पर आसिम वकार ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आपकी झूठी हमदर्दी नहीं चाहिए। यह मामला मंदिर-मकबरे का नहीं, बल्कि जमीन कब्जे का है।
आसिम वकार ने मायावती की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें फतेहपुर मामले पर सच बोलना चाहिए। उन्हें मुसलमानों के पक्ष में खड़ा होना चाहिए। यदि वह सच नहीं बोल सकती हैं, तो चुप रहना ही बेहतर है।
मायावती के बयान पर आसिम वकार का जवाब
आसिम वकार ने लिखा, “मायावती जी, फतेहपुर में मकबरे या मंदिर का विवाद नहीं है, बल्कि अवैध कब्जे का मामला है। वहां नाजायज तरीके से अब्दुल समद के मकबरे पर कब्जा करने का प्रयास हो रहा है। आपको मुसलमानों के पक्ष में खड़ा होना चाहिए और सच बोलना चाहिए। यदि आप अवैध को अवैध नहीं कह सकतीं, तो चुप रहिए। मुसलमानों को झूठी हमदर्दी नहीं चाहिए।”
दरअसल, मायावती ने फतेहपुर की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने की मांग की थी। बसपा सुप्रीमो ने ट्विटर (एक्स) पर लिखा, “उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मकबरे और मंदिर को लेकर हो रहे विवाद पर सरकार को किसी भी समुदाय को ऐसा कोई कदम नहीं उठाने देना चाहिए, जिससे सांप्रदायिक तनाव फैल सके और आपसी भाईचारा व सद्भाव बिगड़ें।”
मायावती ने इस मामले में सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले और आवश्यकतानुसार सख्त कदम उठाए।
यूपी विधानसभा में मकबरे का मुद्दा
बता दें कि फतेहपुर में मकबरे की तोड़फोड़ के इस मामले ने राजनीति गर्मा दी है। यह मुद्दा आज यूपी विधानसभा में भी उठा। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि फतेहपुर में एक मकबरे पर कब्जा करने के लिए सात दिन पहले ही घोषणा की गई थी। गृह सचिव ने भी बताया कि यह एक संगठित प्रयास था, जिसमें एक पार्टी के नेता ने बयान दिया कि यह मकबरा हिंदुओं का है और हम इस पर कब्जा करेंगे।
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