दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । खागा कोतवाली व एसओजी समेत सर्विलांस टीम ने विगत कुछ दिनों पूर्व हत्यारों द्वारा अंजाम दिए गए नर्स व उसके पुत्र हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जिनके पास से पुलिस टीम ने घटना में प्रयुक्त की गई तीन अलग अलग कम्पनी की बाइक व आलाकत्ल समेत मृतका व उसके म्रतक पुत्र के रक्तरंजित कपड़े चार अदद मोबाइल फोन, मृतका का पर्स व कुछ नगदी भी बरामद किया है।
चार अभियुक्त गिरफ्तार, बेटी सहित संपत्ति हड़पने की थी योजना
गिरफ्तार अभियुक्तो में अरुण कुमार पुत्र स्व0 राधेश्याम उम्र करीब 28 वर्ष निवासी कनकपुर मजरे सेमरा मानापुर थाना हथगांव, सुरेन्द्र उर्फ सुरेश पासवान पुत्र शिवदास उम्र करीब 30 वर्ष निवासी उपरोक्त व शैलेन्द्र कुमार चौधरी पुत्र राम औतार उम्र करीब 41 वर्ष निवासी मझटेनी थाना खागा, देशराज उर्फ देस्सा पुत्र मंगल उम्र करीब 50 वर्ष निवासी रोशनपुर टेकारी कोतवाली खागा के नाम शामिल रहे। सभी अभियुक्तो को पुलिस टीम ने बीती देर शाम थाना क्षेत्र के सुजानपुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया।
तांत्रिक ने प्रेत बाधा बताकर बुलाया फिर कर दी मां बेटे की हत्या
मालूम हो कि मृतका सुमन रानी गुप्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हरदो में स्टाफ नर्स के पद पर नियुक्त थी। जिनका नगर में रेलवे लाइन के पास निजी मकान है। अभियुक्त शैलेन्द्र चौधरी मृतका का पडोसी है। जिसने चौधरी ने मृतका से वर्ष 2017 में 6 लाख रूपये हार्वेस्टर क्रय करने हेतु उधार लिया था। जिसमें रूपया 360000/- वर्तमान में बकाया था। घटना के एक दिन पूर्व मृतका के पुत्र प्रखर गुप्ता ने अभियुक्त शैलेन्द्र चौधरी के घर जाकर बकाये रूपये की मांग की व दोनो में इस बात को लेकर विवाद हुआ था।
चार अभियुक्त गिरफ्तार, बेटी सहित संपत्ति हड़पने की थी योजना
अभियुक्त अरुण चौधरी निवासी कनकपुर थाना हथगांव शैलेन्द्र चौधरी का रिश्ते में साला लगता है। जो तांत्रिक का कार्य करता है। मृतका सुमन रानी गुप्ता के ऊपर भूत-प्रेत की बाधा बताकर उनके यहां आया करता था। लगभग 02 वर्ष से मृतका की पुत्री उम्र करीब 21 वर्ष जो जनपद प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करती है उसको सामान व पैसा मृतका से लेकर पुत्री के पास पहुंचाने समय समय पर जाया करता था। तथा इसी दौरान मृतका की पुत्री से एक पक्षीय शादी करने की योजना बनाने लगा व मृतका की लगभग डेढ़ करोड़ की सम्पत्ति पर कब्जा करने की भी योजना बनाने लगा। इस कारण मृतका के पुत्र व मृतका को रास्ते से हटाने की योजना अपने बहनोई शैलेन्द्र चौधरी के साथ मिलकर बना डाली। योजना के अनुसार अरुण चौधरी जो कि तांत्रिक का कार्य करता है।
मृतका व उसके बेटे को रात्रि में पूजा कराने के बहाने से सुरेश कुमार पासवान की होण्डा लिओ मोटर साईकिल से मृतका सुमन रानी गुप्ता व उसके पुत्र प्रखर गुप्ता को नौबस्ता फ्लाई ओवर के ऊपर घटना वाले दिन भेजा। इसी दौरान दोनों मां बेटों, सुमन व प्रखर को मोटर साईकिल से उतारकर सुरेश पासवान, देशराज पासवान व शैलेन्द्र चौधरी ने हथौडे व चाकू व डण्डे से पीट पीट कर हत्या कर दिया। जिन्होंने हत्या करने के बाद दोनों माँ बेटों के शवों को गंगा नदी में रात का फायदा उठाते हुए ले जाकर फेंक दिया। जिन्होंने वारदात को कारित करने के बाद अपने अपने मोबाइल व सिम बदल दिये।
अगले दिन सुबह तक जब मृतका व उसका पुत्र घर नहीं पहुँचा। दोनों का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था। जिस पर मृतका की पुत्री को अनहोनी की आशंका हुई। जिसके चलते मृतका की पुत्री ने मामले की जानकारी अस्पताल के डॉक्टरों व स्टाफ कर्मियों को देते हुए पुलिस को लिखित तहरीर देकर दोनों गुमशुदा मां व भाई को खोजने की गुहार लगाई थी। पुलिस दोनों की गुमशुदगी दर्ज कर गुमशुदा माँ बेटों की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान पुलिस ने सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के नौबस्ता गंगा घाट के पास स्थित लखन दास बाबा कुटी घाट के पास से मृतका माँ सुमनरानी का रक्त रंजित हत्या युक्त शव बरामद कर लिया। पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज घटना की जांच में जुटी थी। इसी दौरान पुलिस को जरिये सर्विलांस जानकारी हुई कि घटना वाले दिन मृतका के मोबाइल फोन पर अरुण चौधरी ने कई बार फोन किया था।
पुलिस ने जब उसको हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों माँ बेटों की हत्या कर शव को गंगा नदी में प्रवाहित करने की बात स्वीकारी। पुलिस ने सभी अभियुक्तो को गिरफ्तार कर सभी के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया। घटना के सम्बंध में एसपी उदय शंकर सिंह ने पुलिस लाइन के सम्मेलन कक्ष में आयोजित की गई प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकारो के साथ जानकारी साझा की। जिन्होंने मृतका के पुत्र के शव के अभी तक बरामद न होने व शव के बरामदगी के प्रयास जारी होने की बात कही।