फ़तेहपुर । बीती 5 मार्च को बकेवर थाना क्षेत्र के कंसाही गांव निवासी इंद्रकुमार उर्फ शीलू की घर के ऊपरी हिस्से में बने कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना की सूचना पाकर पहुँची पुलिस ने म्रतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। म्रतक के कमरे से तलाशी के दौरान पुलिस ने एक तमंचा मय खोखा कारतूस बरामद हुआ था। घटना की सूचना पाकर एसपी उदय शंकर सिंह फोरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच साक्ष्य संकलन कराया था।
जिन्होंने म्रतक के स्वजनों समेत पड़ोसियों से भी घटना के बावत अलग अलग पूछताछ की थी।म्रतक के स्वजनों ने म्रतक की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को लिखित तहरीर दी थी।पुलिस म्रतक के चाचा की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। एसपी श्री सिंह ने घटना के खुलासे के लिए अलग अलग कई टीमो का गठन कर थाना प्रभारी को खुलासे के दिशा निर्देश दिये थे।
पुलिस टीम घटना के खुलासे के लिए जांच पड़ताल में जुटी थी जिसने म्रतक के स्वजनों समेत ग्रामीणों से भी अलग अलग पूछताछ की। ग्रामीणों व म्रतक के स्वजनों द्वारा पुलिस से घटना के बावत अलग अलग बयान दिये गये। पुलिस टीम को घटना संदिग्ध प्रतीत हुई। पुलिस ने जब विश्लेषक टीम से घटना स्थल से मिले साक्ष्यों व तमंचे की जांच पड़ताल कराई तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया। पुलिस ने घटना को आत्महत्या बताकर अनावरण कर दिया। पुलिस के अनुसार कमरे में हत्या के कोई साक्ष्य नहीं मिले। पुलिस के अनुसार रजाई ओढ़कर तमंचे से छेड़छाड़ करते समय हादसा हुआ है। हालांकि बकेवर पुलिस की थ्योरी लोगो की समझ से परे है।
जिस तरह से गोली युवक के पेट में रजाई को चीरते हुए लगी है वह सामने से ही संभव है। अक्सर आत्महत्या करने वाले मामलो में भी कभी पेट में तमंचे से गोली मारने के प्रकरण सामने नहीं आते। अधिकतर मामलों में सिर में गोली मारकर आत्महत्या की घटना सामने आती है। बकेवर पुलिस की हवा हवाई कहानी पर पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा कर दिया है। घटना के खुलासे के सम्बंध में एसपी उदय शंकर सिंह ने पुलिस लाइन के सम्मेलन कक्ष में प्रेस वार्ता आयोजित की। पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने बताया कि पुलिस की जांच व वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मामला हत्या की घटना का नहीं पाया गया। मामला एक्सीडेंटगई प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों के साथ विस्तृत जानकारी साझा की।
इस बाबत पुलिस अधीक्षक उदयशंकर सिंह ने बताया कि पुलिस की जांच व वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर घटना हत्या की नहीं पाई गई। मामले की जांच में एक्सीडेंटल मौत होना पाया गया। जिसको सुनियोजित तरीके से हत्या की घटना बताकर एफआइआर कराई गई। मामले का सफल अनावरण किया गया है।