दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
फतेहपुर । यूपी सरकार जहां एक ओर पेड़ लगाओ जीवन बचाओ को लेकर जन जागरण अभियान चला रही है वही यहां तैनात रखवालों की निष्क्रियता के चलते वनो की हरियाली विलुप्त होने की कगार में है। इन दरख्तों के विलुप्त होने का कारण वन विभाग के आला अधिकारियों से लेकर वन कर्मी व वन दरोगा की दरियादिली है की आए दिन पेड़ों की अवैध कटिंग होती है। कटिंग रोकने में वन विभाग नाकाम नजर आ रहा है।
ऐसा ही मामला ललौली थाना क्षेत्र के दुलापुर गांव के शाह दुगरेई का है, यहां बेखौफ वन माफिया ने इलाकाई पुलिस और वन विभाग की मदद से महुआ के प्रतिबंधित चार हरे पेड़ो को जमीदोज कर दिया। बहुआ ब्लाक के किसान रामसोहावन पटेल निवासी दुलापुर के महुआ के बाग से ठेकेदार प्रतिबंधित महुआ के चार हरे पेड़ो को इलाकाई पुलिस कर्मियों और वन विभाग कर्मियों की मिलीभगत से काटकर लकड़ी उठा ले गया।
जबकि मामले से वन विभाग और पुलिस अंजान बनी हुई है। लोगो ने बताया कि सरायं के रहने वाले एक लकड़ी ठेकेदार किसान रामसोहावन पटेल से 60 हजार रुपये में प्रतिबंधित महुआ के 7 हरे पेड़ो को खरीदा था जिसमे से 4 पेड़ो को पुलिस और वन विभाग की मदद से काटकर ठेकेदार लकड़ी उठा ले गया, कभी भी बाग के बचे पेड़ों को काटकर धराशाई कर सकता है। दुलापुर ग़ांव के कई लोगो ने बताया कि प्रतिबंधित महुआ के सभी चारो पेड़ हरे थे।
ग्रामीण अचंभित हैं कि वन विभाग प्रतिबंधित हरे पेड़ों को कटवाने का आदेश क्यो देता है नतीजतन विभाग की सह पर लकड़ी ठेकेदार इलाके में प्रतिबंधित पेड़ो को निशाना बना रहे है। बहुआ ब्लाक के वन उपनिरीक्षक शिवमंगल यादव ने बताया कि ठेकेदार ने तीन पेड़ो का परमीशन बनवाया था। हरे और चौथे पेड़ की बात पूछने पर जवाब देने के बजाय टरकाते नजर आए।
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