दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । अमौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत एक के बाद एक गाँव ड़ेंगू बुखार की चपेट में आ रहे हैं। पहाड़ीपुर में तीन मरीज शकुन्तला देवी पत्नी वेदप्रकाश, लक्ष्मी पुत्री धर्मेन्द्र, पारुल पत्नी छोटू डेंग बुखार से ग्रसित हैं। आजमपुर गढ़वा मजरे पुरे राहत अली गांव में दो मरीज प्राची पत्नी वीरेन्द्र, रिंकी पुत्री रामख्याली डेंगू व टाइफाइड बुखार की चपेट में हैं जो निजी अस्पतालों में ईलाज करवा रहे है। नजदीकी अमौली सीएचसी की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन गांवो में डेंगू मरीज मिलने के बाद भी कैम्प नही लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि बचाव के लिए एंटी लार्वा का छिड़काव भी नही कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने बचाव के लिए नही किये प्रयास
गांव में जगह जगह गंदगी के कारण मच्छर पनप रहे हैं जिससे बीमारी बढ़ने का खतरा है। आजमपुर गढ़वा मजरे पुरे राहत अली गांव में सड़क के बीचोबीच गन्दा पानी भरा होने से लोग उसी से निकलने को मजबूर है। जिसकी साफ सफाई कराने व जल निकासी कराये जाने के लिए ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सहित जिम्मेदार अधिकारियों से भी कई बार लिखित व मौखिक मांग की लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने उपरोक्त स्थान के दूषित जल की निकासी करवा इसका प्रभावी हल निकालना मुनासिब नही समझा है। नतीजतन यथा स्थिति जस की तस बनी हुई है। आये दिन गांव का कोई न कोई ब्यक्ति ड़ेंगू व मच्छर जनित अन्य संक्रामक बीमारियों से ग्रसित हो रहा है।