
फ़तेहपुर।अढ़ावल मोरंग खनन खंडों से निकल रहे ओवरलोड मोरंग लदे वाहनों से परेशान किसानों ने अपने खेतों से होकर गुजरने वाले खदान के रास्ते को बीते शुक्रवार को रास्ते मे लकड़ी व पत्थर डालकर बन्द कर दिया था जिसे पुलिस ने किसानों के पक्ष में हाईकोर्ट द्वारा दिये गए स्थगन आदेश के बावजूद भी जबरन खुलवा दिया।
बता दें कि ललौली थाना क्षेत्र की अढ़ावल मोरंग खदानों से किये जा रहे ओवरलोड मोरंग परिवहन से आजिज आकर नाराज किसानो ने बीते दिन मोरंग खदान के रास्तों में लकड़ी व पत्थर डालकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया था जिन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। हालांकि खदान कर्मियों की दी गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने रास्ते के विवाद को लेकर किसानों के पक्ष में दिए गए न्यायालय (कोर्ट) के स्थगन आदेश को दरकिनार कर किसानों के खेतो से होकर गुजरने वाले रास्ते को जबरन खुलवा दिया। जबकि कोर्ट के स्थगन आदेश के बाद पुलिस को तत्काल प्रभाव से किसानों की भूमिधरी जमीन से वाहनों का आवागमन बन्द करवा देना चाहिए था।
लेकिन पुलिस ने न्यायालय के आदेश के अनुपालन करवाए जाने की बजाय उल्टे पीड़ित किसानों को ही आइंदा की दशा में सख्त विधिक व दण्डात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दे डाली। पुलिसिया कार्यशैली से परेशान किसानों ने डीएम इंदुमती व खनिज अधिकारी समेत एसपी उदय शंकर सिंह को लिखित शिकायती पत्र देकर खदान संचालक वीरेंद्र सिंह व दबंग बुद्धराज सिंह द्वारा किसानों के खेतों से जबरन ओवरलोड वाहनों के परिवहन में रोक लगा उनकी फसल को बर्बादी से बचाए जाने की गुहार लगाई है। पीड़ित किसान अब्दुल हाई ने डीएम व एसपी समेत विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों को न्यायालय का स्थगन आदेश भी दिखाया है। डीएम इंदुमती ने पीड़ित शिकायत कर्ता को पूरे प्रकरण की जांच करवा दोषी जनो के खिलाफ सख्त कार्यवाही का भरोसा भी दिलाया है।
लेकिन प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी मनबढ़ खदान संचालक के खिलाफ कार्यवाही तो दूर स्थलीय निरीक्षण कर मौके की स्थिति को देखने के लिए भी कोई जिम्मेदार पुलिस प्रशासनिक अथवा विभागीय अधिकारी नहीं पहुंचे नतीजतन यथास्थिति आज भी बरकरार है। बीते तीन दिन से पीड़ित किसान न्यायालय का स्थगन आदेश लेकर डीएम एसपी समेत विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालय व आवास के चक्कर लगाने को मजबूर है। इस बाबत खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता ने कहा कि कोर्ट का आदेश संज्ञान में है मौके में नायब तहसीलदार व थाना इंचार्ज गए थे उन्होंने पैमाईश कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी है।










