फतेहपुर : डबल मर्डर का फरार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, पुजारी व सेवादार की थी निर्मम हत्या

फतेहपुर। जिले में थरियांव थाना क्षेत्र के बिलन्दा गांव में नशेबाजी के विरोध में मामूली कहासुनी से खुन्नस में आए बाप बेटों ने पुजारी समेत उनके सेवादार की मंदिर परिसर में बीती रात सोते समय ईंट पत्थरों से कुचकर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी थी। डबल मर्डर की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी पिता को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया था, जबकि फरार मुख्य आरोपी के बेटे को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है।

बता दें कि थरियांव थाना क्षेत्र के बिलन्दा गांव स्थित मंदिर के अंदर सोते समय, मंदिर के पुजारी, गांव निवासी कृष्ण गोविंद तिवारी (62 वर्षीय), पर हमलावरों ने बीती देर रात ईंट पत्थरों से ताबड़तोड़ वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। यही नहीं, बेखौफ हत्यारों ने पुजारी के बगल की चारपाई में लेटे मंदिर के सेवादार अवधेश प्रजापति के ऊपर भी ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह लहूलुहान होकर मरणासन्न हो गए। इलाज के दौरान वे देर रात अस्पताल में दम तोड़ गए।

डबल मर्डर का फरार आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। डबल मर्डर से गांव समेत पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। आईजी अजय मिश्रा, डीएम रविंद्र सिंह, एसपी अनूप सिंह ने सीओ थरियांव पुलिस व फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का मुआयना किया और घटना का जायजा लिया। उन्होंने घटना को लेकर ग्रामीणों समेत मृतकों के परिजनों से भी पूछताछ की।

ग्रामीणों से पूछताछ के दौरान, एसपी श्री सिंह को गांव के ही निवासी राजू पासवान पुत्र दुलारे पासवान द्वारा, मंदिर परिसर में आए दिन गांजा पीकर उत्पात मचाने तथा मृतक पुजारी द्वारा उसे मंदिर आने से रोकने की बात पता चली। इस पर पुलिस ने राजू को शक की बिना पर गिरफ्तार कर उससे सख्ती से पूछताछ शुरू की। उसने अपने सगे बेटे चंद्रशेखर उर्फ लाला पुत्र राजू पासवान के साथ मिलकर पुजारी की हत्या करने और सेवादार को गंभीर रूप से घायल करने का इकबाल कर लिया। पुलिस ने अभियुक्त को तत्काल गिरफ्तार कर, मृतक पुजारी के स्वजनों की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर, अदालत में पेशी के बाद जेल भेज दिया।

जहां दूसरा आरोपी, यानी फरार मुख्य आरोपी का बेटा, की गिरफ्तारी के लिए एसपी श्री सिंह ने अलग-अलग टीमों का गठन किया था। इनमें एसओजी, सर्विलांस, इंटेलिजेंस विंग व थरियांव थाना पुलिस की टीमें शामिल थीं। आला अधिकारियों के निर्देशानुसार, पुलिस टीमें फरार आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थीं। इसी दौरान, वारदात के महज आठ घंटे बाद, सर्विलांस में प्राप्त लोकेशन के आधार पर, इंटेलिजेंस विंग प्रभारी निरीक्षक अरुण चतुर्वेदी, एसओजी प्रभारी विनोद यादव व थरियांव थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार पांडेय, उपनिरीक्षक विनोद कुमार पटेल, राजेश कुमार सिंह व अन्य टीमों ने थाना क्षेत्र के केशवरायपुर गांव के पास फरार मुख्य आरोपी के बेटे, सह अभियुक्त चंद्रशेखर उर्फ लाला को घेर लिया।

अभियुक्त ने जब पुलिस को आत्मसमर्पण करने को कहा, तो उसने जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। जवाब में, पुलिस की गोली उसके दाहिने पैर में लगी, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्त के पास से पुलिस ने एक देशी तमंचा, एक जिंदा कारतूस, दो खोखा, और मृतक पुजारी का मोबाइल फोन बरामद किया है।

घायल अभियुक्त को इलाज के लिए नजदीक की थरियांव सीएचसी में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद, उसकी तबीयत में सुधार होने पर, पुलिस ने उसे सुसंगत धाराओं में न्यायालय में पेश कर, न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।

मुठभेड़ की सूचना पाते ही, एसपी अनूप कुमार सिंह, सीओ थरियांव और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने मुठभेड़ का जायजा लिया और गिरफ्तारी की जानकारी दी।

यह भी पढ़े : महराजगंज : 40 घंटे से बिजली गुल, गर्मी से लोग परेशान, अधिकारियों ने साधी चुप्पी

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

भारत विरोधी पोस्ट करने पर साइबर क्राइम मुख्यालय ने बंद किए 40 अकाउंट चीन ने फिर बदले अरुणाचल प्रदेश के स्थानों के नाम, भारत बोला- सुधर जाओ UPSC को मिला नया चेयरमैन, अजय कुमार संभालेंगे कमान तिरंगा यात्रा में सीएम योगी बोले – सेना ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया क्या आपके भी मसूड़ो में होता है दर्द ?