Farrukhabad Blast : 5 मिनट पहले हुआ होता धमाका तो कई बच्चों की जाती जान… पीड़ित बोला- ‘लग रहा था… सुतली बम फटा हो’

Farrukhabad Blast : फर्रूखाबाद में सेंट्रल जेल चौराहा के पास स्थित सन कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी में शनिवार दोपहर को हुए भीषण धमाके ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। फर्रूखाबाद ब्लास्ट में हुए धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, और आसपास के घरों की खिड़कियां हिल गईं। इस हादसे में दो छात्राओं की मौत हो गई, जबकि सात बच्चे घायल हो गए हैं।

शनिवार दोपहर 3:10 बजे, जब स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी, बच्चे अपने घरों को जाने के लिए रास्ते पर थे। पास के प्राथमिक स्कूल नारायनपुर की छुट्टी पांच मिनट पहले ही हुई थी। उस समय करीब 20-25 बच्चे इसी रास्ते से गुजर रहे थे। यदि धमाका पांच मिनट पहले हुआ होता तो बच्चे और अधिक खतरे में पड़ सकते थे।

प्रत्यक्षदर्शी ने कहा- ‘जैसे सुतली बम फटा हो’

प्रधानाध्यापक आलोक कुमार ने बताया कि उन्होंने स्कूल की छुट्टी कर दी थी। धमाके के बाद वह बाइक से दौड़कर घटना स्थल पहुंचे। उन्हें डर था कि कहीं स्कूल के बच्चे तो इस धमाके की चपेट में नहीं आए हैं। धमाके के धुएं और मलबे को देखकर उनकी आंखें भर आईं।

प्रत्यक्षदर्शी अवनीश कुमार ने बताया, “वह उस समय हाईवे पर थे, तभी धमाके की आवाज सुनकर घर पहुंचे।” उन्होंने कहा, “लग रहा था जैसे बड़ी सुतली बम फटा हो।”

सुनील सिंह ने बताया, “पहले तो लगा ट्रक का टायर फटा है, पर फिर धूल और धुआं फैल गया। दीवारें और टिन के टुकड़े चारों ओर बिखरे हुए थे, एक टुकड़ा तो कार के पास गिरा।धमाके के बाद इमारत के अंदर खून की बूंदें, टूटे फर्नीचर, बिखरी किताबें, फटी दीवारें और शीशे के टुकड़े दिखाई दे रहे थे। बच्चे अपनी चप्पलें, बैग और फटी किताबें लिए फंसे हुए थे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, और उनके परिजन दहशत में हैं।”

घायल छात्र बोले- अंधेरा छा गया…

छात्र निखिल ने कहा, “मुझे कुछ समझ नहीं आया, अचानक तेज आवाज हुई और अंधेरा छा गया।”

छात्र अभय ने कहा, “मैं कोचिंग पढ़ने गया था, तभी बाहर से पत्थर और शीशे आकर लगे। मैं डर गया और नीचे झुक गया।”

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