
- साइबर सेल ने किया बड़ा खुलासा
गाजियाबाद। अगर कोई शख्स अपने वाहन का इंश्योरेंस कराने का प्रयास कर रहा है और उसके पास इंश्योरेंस कंपनी से फोन आया है तो वह लोग होशियार हो जाए, क्योंकि फोन करने वाला आपकी गाढ़ी कमाई को पलक झपकते ही ठगने का कार्य कर सकता है । क्योंकि कमिश्नरेट गाजियाबाद की पुलिस ने दो ऐसे शातिर इंश्योरेंस बनाने वाले एजेंट को गिरफ्तार किया है। जो फर्जी इंश्योरेंस बनाने का कार्य करते थे, यानी की फर्जी इंश्योरेंस बनाकर लोगों को ठगने का कार्य किया जा रहा था। साइबर सेल की टीम ने इस मामले में पूर्व में भी तीन लोगों को गिरफ्तार का जेल भेजने का कार्य किया था। वही दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। जिसे कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
दरअसल बता दें कि साइबर क्राइम टीम द्वारा इन्श्योरेन्स पॉलिसी एप में छेड़छाड़ कर 12 इन्श्योरेन्स कम्पनियों की कूटरचित इन्श्योरेन्स पॉलिसी बनाने वाले गैंग के दो सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल दो मोबाइल फोन एवं 84 कूट रचित थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी भी बरामद हुई है । एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि थाना साइबर क्राइम टीम द्वारा इन्श्योरेन्स कम्पनियों की पॉलिसी बनाने वाले मोबाइल एप में छेड़छाड़ कर कूटरचित इन्श्योरेन्स पॉलिसी बनाकर साइबर अपराध करने वाले गैंग के सदस्य सरताज पुत्र नजीर अहमद व दीपक ठाकुर पुत्र दिगम्बर को कूट रचित इन्श्योरेन्स पॉलिसी तथा मोबाइल फोन के साथ आरटीओ ऑफिस रोडवेज वर्क शॉप के सामने इण्डस्ट्रियल एरिया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
संजय ठाकुर आईसीआईसीआई लोंबार्ड के मैनेजर द्वारा गाजियाबाद के पॉलिसी एजेन्ट द्वारा उनकी कम्पनी के इन्श्योरेन्स एप में छेड़छाड़ कर वाणिज्यिक वाहनों, निजी कारों, माल वाहक वाहनों को दोपहिया वाहन दिखाकर फर्जी कूट रचित इन्श्योरेन्स पॉलिसी तैयार करने के सम्बन्ध में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। अभियुक्तों ने बताया कि आरटीओ ऑफिस में वाहन की एनओसी के लिए तथा वाणिज्यिक वाहनों, निजी कारों, माल वाहक वाहनों के स्वामी द्वारा वाहन के पुराने हो जाने पर इन वाहनों का थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स कराया जाता है।
चार पहिया वाहनों का थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी मंहगी होने के कारण ये अभियुक्त इन्श्योरेन्स पॉलिसी एप में छेड़छाड़ कर चार पहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन नं0 के साथ दो पहिया वाहन की डिटेल भरकर कम मूल्य की थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी बनाते थे। उसके बाद उस पालिसी को एडिट कर चार पहिया वाहन की डिटेल भरकर पालिसी धारक को वास्तविक अधिक मूल्य की कूटरचित पालिसी दे देते थे। इन इन्श्योरेन्स पॉलिसी का एक्सीडेन्ट होने पर थर्ड पार्टी क्लेम न्यायालय से लेने के अलावा अन्य कोई आवश्यकता नहीं पड़ती है। इन कूटरचित थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी को ऑनलाइन चेक करने यह पॉलिसी वैध पॉलिसी दिखती थी। चूंकि इन पॉलिसियों से क्लेम अक्सर नहीं लिया जाता है, अतः इन पॉलिसियों के विवरण का सत्यापन नहीं हो पाता है तथा कम मूल्य की जनरेटेड पॉलिसी वाहन के इन्श्योरेन्स होने की पुलिस, आरटीओ चेकिंग आदि में ऑनलाइन जरूरत को पूरी कर देता है। पॉलिसी धारक को यह ज्ञात नहीं हो पाता कि उसकी पॉलिसी कूटरचित है।
आरटीओ चेकिंग के दौरान चालान एप पर भी केवल वाहन की बीमा की वैधता तिथि प्रदर्शित होती है, पॉलिसी की विस्तृत डिटेल प्रदर्शित नहीं होता है। इसी बात का फायदा उठाकर अभियुक्त गण सरताज पुत्र नजीर अहमद व दीपक ठाकुर पुत्र दिगम्बर आरटीओ आफिस में वाहनों को कॉमर्शियल वाहन से प्राइवेट वाहन में परिवर्तित कराने, वाणिज्यिक वाहनों, निजी कारों, माल वाहक वाहनों के वाहन स्वामी से इन पुराने वाहनों के थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स कराने के लिये डिटेल प्राप्त कर विभिन्न कम्पनियों की इन्श्योरेन्स पॉलिसी जनरेट करने वाले मोबाइल एप्लीकेशन में छेड़छाड़ कर चार पहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन नं0 के साथ दो पहिया वाहन की डिटेल भरकर कम मूल्य की थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी बनाते थे। ये लोग कम मूल्य के कूटरचित दोपहिया वाहन के रूप में बनाई थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी की जगह पर कम्प्यूटर से उसी वाहन की वास्तविक पॉलिसी मूल्य की कूटरचित पॉलिसी तैयार कर वाहन स्वामी को दे देते थे। इस प्रकार ये लोग प्रति वाहन करीब 15 हजार से 20 हजार रुपये बचा कर आपस में बाँट लेते थे। इन अभियुक्तों द्वारा की भी कूटरचित थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी तैयार की गयी है। अभियुक्तों के मोबाइल से विभिन्न इन्श्योरेन्स कम्पनियों के 84 कूट रचित थर्ड पार्टी इन्श्योरेन्स पॉलिसी बरामद हुए हैं।
जांच से इस गैंग के द्वारा पूरे भारत में 25,000 से भी अधिक कूटरचित इन्श्योरेन्स पालिसियों बनाने, जिनमें गाजियाबाद के 100 से अधिक वाहनों की कूटरचित पॉलिसी बनाने के तथ्य प्रकाश में आ चुके हैं। विभिन्न इन्श्योरेन्स कम्पनियों के अधिकारियों से सम्पर्क कर कूटरचित पॉलिसियों का डाटा प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। अभियुक्त सरताज पुत्र नजीर अहमद निवासी मेरठ व अभियुक्त दीपक ठाकुर पुत्र दिगम्बर ठाकुर निवासी शास्त्री नगर गाजियाबाद को आर टी ओ ऑफिस रोडवेज वर्क शॉप के सामने इण्डस्ट्रियल एरिया थाना क्षेत्र कविनगर से गिरफ्तार किया गया है। गैंग के अन्य अभियुक्त विकास कश्यप और आकाश सिसोदिया को पूर्व में 09.03.2025 एवं अभियुक्त याकूब, आरिम अली को 10.03.2025 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
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