
आबकारी आरक्षक परीक्षा : छत्तीसगढ़ में आगामी 27 जुलाई रविवार को, छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस परीक्षा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं।
इस बार पहली बार विभाग द्वारा कई कड़ी पाबंदियों और नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा, ताकि परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सके। आइए जानते हैं कि इतनी सख्त सुरक्षा और पाबंदियां क्यों लगाई जा रही हैं, यह पहली बार है जब ऐसा कदम उठाया गया है।
आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर कुछ अजीब घटनाएं देखने को मिलीं, जिन्होंने परीक्षार्थियों में हड़कंप मचा दिया है। परीक्षा के दौरान, कुछ लड़कियों के दुपट्टा और काले कपड़े उतरवाने का मामला सुर्खियों में आ गया है। परीक्षा में हिस्सा लेने गई महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी उचित कारण के जबरदस्ती अपने कपड़े उतारने को कहा गया, जिससे उनकी निजता का उल्लंघन हुआ।
इसके अतिरिक्त, एक परीक्षार्थी टिशर्ट लेने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंची तो उसे दो मिनट की देरी हो गई, जिसके कारण उसकी परीक्षा में भाग लेने से मना कर दिया गया। परीक्षार्थी का कहना है कि उन्हें समय से पहले सूचना नहीं दी गई थी, जिससे वे निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच सके। इसी वजह से उन्हें परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिला।
वहीं, परीक्षा केंद्रों पर लड़कों के जूते भी जबरदस्ती उतरवाए गए, जिससे छात्रों में रोष फैल गया है। परीक्षार्थियों का आरोप है कि उनके जूते और अन्य सामान बिना किसी उचित कारण के जबरदस्ती उतारवाए गए, और उन्हें अनुशासनहीनता का सामना करना पड़ा।
परीक्षा आयोजक अधिकारियों का कहना है कि सभी परीक्षार्थियों का निरीक्षण नियमों के तहत ही किया गया था और व्यवस्था के निर्देशानुसार ही कार्रवाई की गई है। वे यह भी आश्वासन देते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े नियम बनाए जाएंगे।
यह घटनाक्रम सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जहां परीक्षार्थी अपनी आपबीती साझा कर रहे हैं। कई लोग इस प्रक्रिया को अनुशासनहीनता और छात्र हितों के खिलाफ बता रहे हैं। परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं, और संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगे जा रहे हैं।
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