
EX-DGP Murder Case : कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश की हत्या का मामला धीरे-धीरे एक हाई-प्रोफाइल हत्या में तब्दील हो रहा है, जिसमें उनकी पत्नी पल्लवी मुख्य आरोपी हैं। बीते दिनों मीडिया में इस मामले से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पल्लवी ने हत्या से मात्र पांच दिन पहले गूगल पर “गर्दन की नस काटने से मौत कैसे होती है” का सर्च किया था। यह बात हत्या के उद्देश्य और पूर्व नियोजित योजना को दर्शाती है। इसके अलावा, पल्लवी ने व्हाट्सएप ग्रुप में अपने घर में बंधक रहने, जहर देने की कोशिश और अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद, पल्लवी को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। उनकी बेटी कृति को मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए निमहंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पल्लवी को घटनास्थल पर ले जाकर भी पूछताछ की, जहां उन्होंने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया।
पल्लवी ने ने पति को कैसै मारा?
पुलिस के मुताबिक, पल्लवी ने वारदात के दौरान पहले ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका और फिर चाकू से वार कर उनकी हत्या की। एक तीखी बहस के बाद यह घटना घटी। हत्या के बाद, पल्लवी ने अपने एक दोस्त को वीडियो कॉल करके दावा किया कि उसने “राक्षस” को मार दिया है।
68 वर्षीय ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के चंपारण के निवासी थे। उन्हें 1 मार्च 2015 को कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था और वे 2015 से 2017 तक इस पद पर कार्यरत रहे। उनके पद पर रहते हुए उन्होंने राज्य के पुलिस होम गार्ड्स और फायर ब्रिगेड के महानिदेशक का कार्यभार भी संभाला था।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने मामले की जांच केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) को सौंप दी है। CCB आज से इस मामले की औपचारिक जांच शुरू करेगी। मामले के खुलासों से स्पष्ट होता है कि यह एक संगठित और पूर्व नियोजित हत्या थी, जिसका उद्देश्य और भी अधिक गंभीर रूप से जांच की आवश्यकता है।
इस मामले ने न केवल कर्नाटक में बल्कि पूरे देश में लोगों की ध्यान आकर्षित किया है और यह घरेलू हिंसा, मानसिक स्वास्थ्य, और यौन हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने का एक बड़ा अवसर प्रदान कर रहा है। आगे की जांच और अदालत की कार्यवाही इस मामले को लेकर नई अंतर्दृष्टि प्रदान करेगी।