Etah : सड़कों पर घूमते निराश्रित गौवंश बने जानलेवा खतरा, शासन-प्रशासन मौन

Etah : नेशनल हाईवे 34 से लेकर स्टेट हाईवे तक सड़कों पर घूमते आवारा गौवंश आज जनपद एटा ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की एक भयावह समस्या बन चुके हैं। सरकार गौ संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपये का बजट जारी करती है, गौशालाओं के निर्माण का ढोल पीटा जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि ये निर्दोष पशु सड़कों पर जीवन और मौत के बीच खेलने के लिए मजबूर हैं। शासन और प्रशासन की यह नाकामी अब असहनीय रूप ले चुकी है। समाजसेवियों ने ग्रामीणों से ही इन निराश्रित गौवंशों को गौशालाओं तक पहुँचाने के लिए मंत्रणा शुरू कर दी है।

रात के अंधेरे में सड़कों पर अचानक खड़े या बैठे गौवंश अक्सर गंभीर सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं। न जाने कितनी निर्दोष जानें इन दुर्घटनाओं में जा चुकी हैं, लेकिन जिला प्रशासन इस सबको देखते हुए भी अनजान बना बैठा है। ऐसा नहीं है कि इसके लिए बजट का अभाव हो भरपूर बजट होने के बावजूद वह केवल कागजी खानापूर्ति बनकर रह गया है।

जनता परेशान है, किसान त्रस्त हैं, और ये बेबस गौवंश अपनी जान जोखिम में डालकर सड़कों पर घूमने को विवश हैं। स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि वे एक निराश्रित गौवंश समिति का गठन कर सभी निराश्रित गौवंशों को पकड़वाकर गौ-आश्रय स्थलों तक पहुँचाने का कार्य करेंगे, जिससे किसानों और आम जनमानस को राहत मिल सके।

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