
Etah : घुँघरू नगरी जलेसर के लिए दी गई रोडवेज बस डिपो की सौगात को लगभग चार साल हो चुके हैं, लेकिन नतीजा अभी तक ‘दिन चले अढ़ाई कोस’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है। कछुआ गति से हो रहे निर्माण कार्य के कारण रोडवेज बस डिपो एवं कार्यशाला का निर्माण तीन साल में भी पूरा नहीं हो सका। लगभग 7.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन रोडवेज बस डिपो एवं कार्यशाला का केवल 90 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है। रोडवेज डिपो निर्माण कार्य पूरा न हो पाने से क्षेत्रीय वासिंदों में रोष है।
विधानसभा चुनाव के दौरान, 07 जनवरी 2022 को नगर के जलेसर-आगरा रोड स्थित गांव गुदाऊ के निकट जलेसर रोडवेज बस डिपो एवं कार्यशाला के निर्माण हेतु शिलान्यास किया गया था। इस शिलान्यास कार्यक्रम में सत्तारूढ़ दल के एटा व कासगंज जनपद के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के अलावा संगठन के दो वरिष्ठ पदाधिकारी तथा तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। साथ ही, दो वर्ष के भीतर निर्माण कार्य पूरा होने पर इसके लोकार्पण की बात कही गई थी। लेकिन चार साल का समय पूरा होने जा रहा है, और अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है।
डीज़ल चैम्बर टेंडर प्रक्रिया न होने से अटका निर्माण कार्य
 सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश गुप्ता ने बताया कि जलेसर में रोडवेज बस डिपो एवं कार्यशाला का अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। कार्यशाला में डीजल चैम्बर बनाने के संबंध में पत्रावली शासन के पास लंबित है। शासन से डीजल कम्पनी की मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।











 
    
    