
एटा : एक तरफ शासन-प्रशासन द्वारा किसानों को बार-बार यह आश्वासन दिया जा रहा है कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में है और किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, वहीं दूसरी ओर जिले के किसान खाद लेने के लिए बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समितियों के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं। इसके बावजूद भी उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है, जिससे किसानों में भारी चिंता व्याप्त है कि अब वे करें तो क्या करें।
मजबूर होकर किसानों को बाजार से नकली या ब्लैक में खाद खरीदने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। किसानों ने डीएम से खाद उपलब्ध कराए जाने की गुहार लगाई है।
बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति, निधौली कलां पर किसानों ने डीएपी खाद नहीं मिलने पर विरोध जताया। किसान डोरीलाल, पूर्व डायरेक्टर ने आरोप लगाया कि वर्तमान अध्यक्ष के प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह राजपूत खाद वितरण में अनियमितता कर रहे हैं। नेता करन पाल सिंह ने किसानों से अभद्र व्यवहार करने और खाद न देने का भी आरोप लगाया है।
अकिक एसएस यादव, सहायक अकिक केके यादव, लिपिक अजय सिंह यादव, सहयोगी डीके यादव, चौकीदार वीरेंद्र सिंह, अध्यक्ष बिरमा देवी के प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह राजपूत और सचिव राकेश यादव बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति को बंद करके चले गए, जिससे किसान समिति के बाहर बैठे रह गए।
रोष व्यक्त करने वालों में उर्मिला यादव, दुलारी राजपूत, प्रेमलता राजपूत, इंद्रावती राजपूत, राजकुमारी राजपूत, सावित्री बघेल और निर्मल जाटव आदि प्रमुख रूप से शामिल थीं।












