
Etah : चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षण तब देखने को मिला जब आचार्य जयप्रकाश शास्त्री की गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से विशेष भेंट हुई। इस मुलाकात में दोनों महानुभावों के बीच आर्य समाज की भावी योजनाओं, वैदिक शिक्षा के प्रसार और समाज में नैतिक एवं सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने के विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। आचार्य देवव्रत ने कहा कि आर्य समाज ने सदैव समाज को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है, जिसे और अधिक सशक्त करने की आवश्यकता है।
आचार्य जयप्रकाश शास्त्री ने राज्यपाल को आर्य समाज के चल रहे शैक्षिक एवं सामाजिक अभियानों की जानकारी दी और आगामी वैदिक मिशन में सहयोग के लिए आग्रह किया। राज्यपाल ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वैदिक सिद्धांतों पर आधारित शिक्षा ही समाज के सशक्तिकरण की वास्तविक नींव है। यह भेंट सम्मेलन के मुख्य आकर्षणों में से एक रही और इससे आर्य समाज की भावी दिशा और गतिविधियों को लेकर नई ऊर्जा और प्रेरणा मिली।










