फरीदाबाद की संजय कॉलोनी सेक्टर 23 निवासी अमित की महाकुंभ भगदड़ में मौत हो गई। गुरुवार को उनका शव उनके घर पहुंचा, जहां परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया। अमित की चिता को उनके 1 साल के बेटे ने आग दी। 34 साल का अमित अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। मूल रूप से वह यूपी फिरोजाबाद के बगई गांव का रहने वाला था। पिछले काफी सालों से अपने परिवार के साथ फरीदाबाद की संजय कॉलोनी में रह रहा था। अमित के परिवार में वृद्ध माता, पत्नी, बहन और उसके चार छोटे बच्चे है।
2016 में उसकी शादी यूपी के रहने वाली फिरोजाबाद की पूजा (30) के साथ हुई थी। अमित के चार बच्चों में बेटी काव्या (6), निती (4), मन्नत (3), बेटा रुद्राक्ष (1) शामिल है। जबकि उसकी बहन मंशा 22 साल की है। अमित ने 2016 में आर्मी में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस के तहत लिफ्ट मैकेनिक ज्वाइन किया, जिसके बाद 2017 में उनकी पोस्टिंग दिल्ली कैंट में लिफ्ट मैकेनिक के पद पर हो गई। 2018 में उनके पिता का निधन हो गया । 25 जनवरी की दोपहर को अमित अपनी पूजा पत्नी ,बच्चों और अपनी मां सरिता देवी के साथ गंगा स्नान के लिए फरीदाबाद से प्रयागराज के लिए रवाना हुआ था।
अमित अपने परिवार के साथ संगम घाट पर ठहरा था, 29 की सुबह करीब 1 बजे वह अपनी मां सरिता देवी के साथ घाट पर स्नान करने के लिए चला गया। अमित की पत्नी और बच्चे घाट पर तंबू के अंदर ही सोए हुए थे। घाट पर जब वह नहाकर वापस आ रहा था तो अचानक से भगदड़ मच गई। अमित की मां को मौके पर मौजूद पुलिस के जवानों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन अमित की इस भगदड़ में दबकर मौत हो गई। अमित को पुलिस के जवानों ने एम्बुलेंस में अस्पताल में भिजवाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। 30 जनवरी की दोपहर बाद अमित का शव उनके घर संजय कॉलोनी पहुंचा, जहां उनके 1 साल के बेटे ने चिता को आग दी।