दिल्ली में अतिक्रमण का आतंक! सीलमपुर की सड़कें बनीं पार्किंग, जाम से बेहाल जनता

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में नगर निगम और यातायात विभाग अधिकारियों की लापरवाही के कारण शहर में सड़कों पर अतिक्रमण और जाम की समस्याओं से लोगों को निजात तक नहीं मिल पा रही है। बता दें कि यमुनापार क्षेत्र में शहर की सड़के अतिक्रमण के साथ ही गाड़ियो और ई-रिक्शाओं की पार्किंगों में तब्दील होती जा रही है, लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा सड़को को अतिक्रमण मुक्त कराने में बहुत ही अधिक पीछे रह गए है, जिसका खामियाजा वाहन चालक और राहगीर पैदल लोगों को भुगतना पड़ता है। ज्ञात हो कि दिल्ली शहर में अलग-अलग स्थानों पर ई-रिक्शा पार्किंगों में अनेकों बार चार्जिंग के दौरान रिक्शाओं की बैटरियों के फटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन हादसों में लोग अपनी की जान तक गवा चुके है, लेकिन फिर भी विभागीय अधिकारी घटनाओं को देख कोई सबक नहीं ले पाए है। बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली की सड़के अधिकतर पार्किंगों में तब्दील हो चुकी हैं, लेकिन पूर्वी दिल्ली का इलाका भी कोई अछूता नहीं है। अधिकतर पार्किंग संचालित की लापरवाही के कारण सड़को को ही पार्किंग स्थल बना दिया है। ऐसी कई पार्किंग स्थल है, जहां पार्किंग स्थल के बाहर ही सड़को पर गाड़िया खड़ी की जाती है। खास बात यह है। नगर निगम की आरपी सेल विभाग अधिकारियों को अवैध पार्किंग और सड़को पर खड़ी गाड़ियों की बेहद तरीके से जानकारी है। इसके बावजूद अवैध पार्किंगों की समस्या विभागीय अधिकारियों को दिखाई नहीं दे रही है, जिस कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। बता दें कि नगर निगम की आरपी सेल विभाग अधिकारियों के काम का बोझ अधिकतर सामान्य शाखा विभाग अधिकारिया उठा रहे हैं, जिस कारण आरपी सेल के निरीक्षक आराम से अपनी ड्यूटी का फर्ज निभा रहे हैं। शाहदरा उत्तरी जोन की सामान्य शाखा विभाग के प्रशासनिक अधिकारी रामाशंकर की टीम द्वारा अधिकतर सड़को पर खड़े 2 पहिया और 4 पहिया वाहनों को जब्त कर निगम स्टोर में जमा किया जा रहा है। इसी बीच वाहनों को छुड़ाने पर मालिको से जुर्माना भी वसूला जा रहा है, ताकि विभाग को राजस्व का लाभ मिल सकें, लेकिन आरपी सेल विभाग अधिकारियों की लापवाही के कारण सड़को पर धड़ल्ले से अवैध पार्किंग संचालित हो रही है, जिस कारण विभाग को लगातार राजस्व का नुकसान हो रहा है। बता दें कि सीलमपुर इलाके में तमाम सख्ती के बावजूद भी अतिक्रमण की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, जिस कारण लोगों का पैदल निकलना भी दूभर हो गया है। सूत्रों के अनुसार, उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर फ्लाईओवर के नीचे एक अवैध गोदाम और रेड लाइट एरिया के पास ही ई-रिक्शा पार्किंग धड़ल्ले से चलाई जा रही है, साथ ही सड़के किनारे अनेकों गाड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। दूसरी तरफ सड़को को घेर कपड़ो के बाजार सज रहे है, जिसके कारण सड़क से होकर गुजरना बेहद ही मुश्किल हो रहा है। खास बात यह है। सीलमपुर रेड लाइट पर यातायात पुलिस कर्मिया भी तैनात रहते हैं, लेकिन फिर भी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। सीलमपुर रेड लाइट एरिया से चंद कदमों की दूरी पर ही एसडीएम और डीसीपी कार्यालय स्थापित है, लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसी बीच कुछ दूरी पर नगर निगम कार्यालय भी है। तीनो सरकारी विभाग कार्यालय होने के बावजूद अवैध गोदाम, सड़को पर पार्किंग और बाजार बंद तक नहीं हो पा रहे है। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रत्येक गुरुवार को सीलमपुर के इलाके में बाजार सजता है, लेकिन गुरुवार वाले दिन सीमलपुर से होकर गुजराना कोई आसना बात नहीं है। इन तमाम समस्याओं को देखकर एसडीएम द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है, तो फिर दूसरे विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्रवाई होना कोई सम्भव बात नहीं है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीमलपुर इलाका बहुत बड़ी समस्या का विषय बना हुआ है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाके में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों के आवास बने हुए हैं। इसके बावजूद भी सीलमपुर इलाके में समस्या यू.की तू बनी हुई है। इस इलाके से केंद्रीय परिवहन राज्यमंत्री से लेकर नगर निगम में स्थायी समिति की अध्यक्ष, भाजपा के मंत्री, एसडीएम, डीसीपी और डीसी तक गुजरते रहते हैं, लेकिन फिर भी अतिक्रमणकारियों के चलते प्रतिदिन सीलमपुर इलाके में जाम की समस्या बनी हुई है।

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