
Elon Musk clash with Marco Rubio : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में एलन मस्क को उनका राइट हैंड माना जाता है। उनको कई प्रमुख जिम्मेदारियाँ में मिली हैं। लेकिन हाल ही में व्हाइट हाउस में हुई एक हाईलेवल मीटिंग के दौरान मस्क और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच तीखी बहस देखने को मिली, जिसने सरकार के अंदर चल रहे विवादों को उजागर किया।
कर्मियों की छटनी पर एलन मस्क और रुबियों में बहस
यह बहस उस समय हुई जब ट्रंप प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की छंटनी और सरकारी खर्चों में कटौती के फैसले पर मस्क और रुबियो के बीच मतभेद उभरकर सामने आए। मस्क, जो कि अमेरिकी सरकार के दक्षता विभाग (DOGE) के प्रमुख हैं, ट्रंप प्रशासन के खर्चों में कटौती के बड़े समर्थक रहे हैं। उनका मानना है कि सरकारी तंत्र में बेहद अधिक खर्च हो रहा है और इसे नियंत्रित करना चाहिए।
मस्क ने आरोप लगाया कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने विभाग में कर्मचारियों की छंटनी नहीं की है, जो उनके मुताबिक सरकार के खर्चों को अधिक बढ़ा रहा है। मस्क ने तंज करते हुए कहा, “आपने किसी को नहीं निकाला, और आपका विभाग बिना किसी कारण के इतना बड़ा है।”
रुबियो का एलन मस्क पर पलटवार
रुबियो ने भी मस्क के आरोपों का कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमारे विभाग से पहले ही 1500 कर्मचारी रिटायरमेंट ले चुके हैं। अब आप चाहते हैं कि हम इन्हें फिर से नौकरी पर रखें ताकि दिखावा हो सके कि हम छंटनी कर रहे हैं?” रुबियो का यह पलटवार मस्क की आलोचना को नजरअंदाज करने जैसा था और उन्होंने मस्क के तंज का जवाब हास्यात्मक अंदाज में दिया।
इस बहस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद को ज्यादा देर तक चुप नहीं रख सके। उन्होंने रुबियो का समर्थन करते हुए कहा कि वह अपने विभाग में पहले ही आवश्यक सुधार कर चुके हैं और ट्रंप प्रशासन के खर्चों में कटौती के फैसले पर उनका समर्थन किया। ट्रंप ने यह भी कहा कि मस्क का तरीका बहुत आक्रामक था और सरकारी कार्यों को सही दिशा में चलाना बहुत जटिल कार्य है।
इस बीच, ट्रंप प्रशासन की कर्मचारियों में कटौती और विभिन्न विभागों की छंटनी के फैसलों पर अमेरिकी राजकर्मियों के संगठन सहित कई अन्य संगठनों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि इस तरह की छंटनी से सरकारी कर्मचारियों का मनोबल गिर सकता है और इससे प्रशासन की कार्यक्षमता पर नकारात्मक असर पड़ेगा।