
- कोल्ड स्टोरेज में मानकों के विरुद्ध कई महीनों तक रखकर बेचा जा रहा है
लखनऊ । प्रदेश के अंडा उत्पादक किसान गुस्से में हैं। विभिन्न जनपदों से आए किसानों ने अंडा माफिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुरूवार को कुक्कुट विकास समिति के बैनर तले उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमिटी लगातार उत्पादन लागत से कम मूल्य घोषित कर रही है। किसानों से कम मूल्य पर अंडा खरीद किए जाने एवं एन.ई.सी.सी. द्वारा लगातार शोषण से नाराजगी है। इन्हीं मुद्दे को लेकर उत्पादक किसानों ने पशुपालन निदेशालय लखनऊ परिसर में प्रदर्शन किया।
किसानों ने एन.ई.सी.सी. की किसान विरोधी गतिविधियों को लेकर तत्काल प्रदेश में उसके क्रियाकलापों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। निदेशक पशुपालन विभाग से खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अंडे सम्बन्धी प्राविधानों को जैसे अंडे पर उत्पादन तिथि, उत्पादन का स्थान एवं उपभोग अवधि प्रिंट कराने को लेकर तत्काल प्रभावी शासनादेश निर्गत करने की मांग की।
अंडा मांसाहारी खाद्य पदार्थ होते हुए भी सब्जियों और आलू के लिए निर्धारित कोल्ड स्टोरेज में मानकों के विरुद्ध कई महीनों तक रखकर बेचा जा रहा है जबकि नियमानुसार अंडे को रेफ्रिजरेशन में रखकर केवल 35 दिन तक ही उपभोग किया जा सकता है। अंडा माफिया और नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमिटी इसको लागू नहीं होने देना चाहते हैं ,जो नियम विरुद्ध महीनों तक अंडा कोल्ड स्टोरेज में रखकर बेंचना चाहते हैं। निदेशक पशुपालन विभाग को किसानों ने अपनी समस्याओं से शासन व प्रशासन को अवगत कराने एवं उन पर कार्रवाई कराने का मांगपत्र सौंपा।
कुक्कुट विकास समिति के अध्यक्ष वीपी सिंह ने कहा कि सरकार की अच्छी किसान समर्थक नीतियों को एन ई सीसी अंडा माफिया के साथ मिलकर बर्बाद कर रही है। समिति के सचिव मोहम्मद नाजिम ने कहा कि 23 फरवरी 2023 को प्रदेश के किसानों के हित में जारी शासनादेश के बाद अंडा माफिया के दबाव में स्थगित किया गया। उन्होंने सरकार से उसे तत्काल किसान हित में जारी करने की मांग की।
किसानों ने एक स्वर से प्रदेश में अंडो के रेट निर्धारण समिति के गठन और कुक्कुट विकास नीति 2022 के अन्तर्गत केवल प्रदेश के किसानों को पोल्ट्री पॉलिसी के अंतर्गत फार्म स्थापित किए जाने की अनुमति प्रदान करने की मांग की। किसानों ने उनकी न्यायोचित मांगों को माने जाने तक निदेशालय में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
समिति के पूर्वांचल प्रभारी डीपी सिंह, पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी मंसूर अहमद, रवि सिंह, ब्रजेन्द्र सिंह, मोदनवाल, वसीउलहसन, मो आकिफ, मो सैफ, नायाब सिद्दीकी, लखनऊ जिलाध्यक्ष जूनून नोमानी, वीपी. वर्मा, रोहित जायसवाल, भारत दुबे, प्रशांत केवलान, आनन्द सिंह आदि हजारों किसानों ने प्रदर्शन में भाग लिया।











