यूपी में ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ : दो करोड़ नकदी और ड्रग्स का जखीरा बरामद, प्रतापगढ़ जिला जेल से गैंग चल रहा था सरगना

सरगना के बेटे – बेटी, पत्नी समेत पांच गिरफ्तार

प्रतापगढ़ । उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला कारागार में बंद नशीले पदार्थों के तस्कर गैंग के सरगना राजेश मिश्रा के घर पर पुलिस ने छापेमारी की । पुलिस ने इस कार्यवाही में दो करोड़ रुपए से अधिक नकद, 6.075 किलोग्राम गांजा तथा 577 ग्राम स्मैक बरामद किया है। पुलिस ने सरगना राजेश के बेटे— बेटी, पत्नी समेत पांच आराेपित गिरफ्तार किए हैं। इसे उत्तर प्रदेश पुलिस की ड्रग माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए पत्रकारों को बताया कि इस कार्रवाई में गिरोह के सरगना राजेश मिश्रा की पत्नी रीना मिश्रा, पुत्र विनायक मिश्रा, पुत्री कोमल मिश्रा, रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा व यश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। बरामदगी की अनुमानित कीमत तीन करोड़ रुपए से अधिक है। उन्होंने बताया किजेल में बंद राजेश मिश्रा गिरोह का संचालन अपने परिवार के माध्यम से कर रहा था । दाे कराेड़ की नकदी की गिनती में कई घंटे लग गए. यह किसी तस्करी से केस में अब तक की सबसे बड़ी नकदी बरामदगी मानी जा रही है.

एसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने छापेमारी की जानकारी देते हुए बताया कि दबिश के लिए जब पुलिस टीम घर पहुंची तो अभियुक्ता रीना मिश्रा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। मुश्किल से जब दरवाजा खोला गया तो वहां अंदर पांच लोग काली पन्नियों में मादक पदार्थ छिपाने का प्रयास करते मिले। तलाशी में गांजा, स्मैक और दो करोड़ से अधिक नकदी बरामद की गई। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से नाजायज मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं और जेल में बंद राजेश मिश्रा इस गिरोह को जेल से ही निर्देश देता था। रीना मिश्रा के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट व एनडीपीएस एक्ट समेत कई मामले पहले से दर्ज हैं। यह कार्रवाई संगठित गिरोह और अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। अभी संभव है कि कुछ और अभियुक्तों पर कार्यवाही हो।

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