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बहराइच : औषधि निरीक्षक विनय कृष्णा यादव द्वारा बहराइच जिले के विभिन्न मेडिकल स्टोर पर की गई छापेमारी एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दवाओं के अनुशासन और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
इस छापेमारी के दौरान कई मेडिकल स्टोर से दवाओं के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें लैब में टेस्ट के लिए भेजा गया है। यह कदम खासतौर पर डुप्लीकेट दवाओं के प्रसार को रोकने और सही दवाओं की बिक्री सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, जैसे कि डेका दूरबोलिन जैसी दवाएं, जो कथित तौर पर बिना सही प्रक्रिया के बेची जा रही हैं।
औषधि निरीक्षक ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी केमिस्ट को बिना बिल के दवाओं की खरीद नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, केमिस्टों को यह सलाह दी गई है कि वे केवल भरोसेमंद स्टॉकिस्ट से ही दवाएं खरीदें और पक्के बिल पर ही दवाओं की खरीदारी करें। बगैर बिल के सादे पर्चे पर दवाओं की खरीद-फरोख्त पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस तरह के कदमों से न केवल दवाओं की गुणवत्ता पर नियंत्रण रखा जाएगा, बल्कि ग्राहकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
यह सुनिश्चित करता है कि बाजार में हर व्यक्ति को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिलें, और गलत तरीके से व्यापार करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।