जम्मू रेलवे डिवीजन बनने का सपना पूरा होने को है। नए साल में पीएम मोदी इस परियोजना को जमीन पर मूर्त रूप प्रदान करेंगे। यानि पीएम मोदी 6 जनवरी को वर्चुअल मोड से इस परियोजना का उदघाटन करेंगे। जबकि इसे लेकर जम्मू रेलवे स्टेशन पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें रेलवे अधिकारियों सहित राजनीति से जुडे लोग व रेलवे कर्मचारी शामिल होंगे।
इस नई जम्मू रेलवे डिवीजन का लाभ सीधे रूप से करीब 12 से 13 हजार रेलवे कर्मचारियों को होने जा रहा है जबकि जम्मू कश्मीर के पयर्टन में भी यह रेलवे डिवीजन अहम भूमिका निभाएगी। क्योंकि अभी तक जम्मू कष्मीर, हिमाचल प्रदेष व पंजाब के माझा क्षेत्र की रेलवे लाइन का संचालन फिरोजपुर रेलवे डिवीजन से होता था पर अब इस नई जम्मू रेलवे डिवीजन के अधीन जम्मू कश्मीर यूटी सहित दो राज्यों हिमाचल प्रदेष और पंजाब के माझा क्षेत्र की रेलवे लाइन होगी।
अगर हम आपकों विस्तार से बताये तो मौजूदा बारामूला से लेकर पठानकोट कैंट व पठानकोट शहर, जबकि पठानकोट शहर से लेकर जोगिन्द्र नगर तक की पूरी नैरोगेज रेलवे लाइन जो कि कांगड़ा घाटी हिमाचल प्रदेश का हिस्सा है और भरोली से वाया गुरदासपुर कथुनंगल रेलवे ट्रैक तथा बटाला से लेकर कादियां, भरोली से लेकर मुकेरियां तक का रेलवे ट्रैक जम्मू रेलवे डिवीजन के अधीन होगा।
जम्मू रेलवे डिवीजन के अधिकार क्षेत्र में करीब 790 किलोमीटर रेलवे लाइन आएगी। यानि नया डिवीजन केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के बारामूला, बडगाम, पुलवामा, अनंतनाग, रामबन, उधमपुर, सांबा, कठुआ और जम्मू जिले के साथ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और मंडी जिले और पंजाब के गुरदासपुर, होशियारपुर, पठानकोट जिले में अपनी सेवाएं देगा। इसी नई रेलवे डिवीजन के सपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 6 जनवरी को वर्चुअल मोड से साकार किया जाएगा जिसे लेकर रेलवे कर्मचारियों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।
आपकों बता दें कि जम्मू रेलवे डिवीजन से मात्र रेलवे कर्मचारियों को ही लाभ नहीं होगा बल्कि इसका लाभ जम्मू के स्थानीय लोगों को भी होगा। जम्मू डिवीजन के बनने से यहां से हजारों रेलवे कर्मचारियों के क्वार्टर बनेंगे और उन रेल कर्मचारियों के परिवारों से जम्मू के व्यापार को बूस्ट मिलेगा। जबकि जम्मू रेलवे डिवीजन बनने से जम्मू कश्मीर के रेलवे लाइन से जुड़ने वाले पयर्टन क्षेत्रों को ओर बेहतर सुविधाएं प्रदान होगी। यानि एक जम्मू रेलवे डिवीजन संपूर्ण जम्मू कश्मीर के विकास को पयर्टन को उछाल देगी। इस नई रेलवे डिवीजन का आने वाले समय में ओर विस्तार होगा। क्योंकि प्रस्तावित बिलासपुर-मंडी-मनाली-लेह रेलवे लाइन, जम्मू-पुंछ की प्रस्तावित रेलवे लाइन, श्रीनगर-कारगिल-लेह तक की प्रस्तावित रेलवे लाइन, बारामूला-कुपवाड़ा की प्रस्तावित रेलवे लाइन जिसका सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और अनंतनाग-पहलगाम को जोड़ने वाली प्रस्तावित रेलवे लाइन भी इसी जम्मू रेलवे डिवीजन का हिस्सा होगी। बस अब इंतजार है तो छह जनवरी 2025 के उस खास दिन का जिस दिन इस सपने के पूर्ण होने की शुरूआत होगी।